15 फरवरी को थाना शिकोहाबाद के आरोंज के रहने वाले कृष्णयादव की शादी हुई. ये शादी शिकोहाबाद के लंबरदार मैरिज होम से हुई थी. बड़ी ही धूमधाम के साथ शादी सम्पन्न हुई और अंत में दुल्हन के रिश्तेदारों ने दुल्हन को विदा किया. कृष्णयादव के घर पर उसके पिता धर्मेंद्र यादव, माँ मुन्नी देवी, भाई अरविन्द, बहन नीतू और उसकी बेटी रागिनी थे. दुल्हन सुनीता के माता पिता का देहांत बचपन में ही हो गया था इसके बाद उसकी परवरिश उसके मौसा मौसी ने की थी.
दुल्हन के घर परिवार की पूरी जानकारी धर्मेंद्र के परिवार वालो को बिचौलियाँ ने बता दी थी. बिचौलिया के कहने पर ही ये शादी अच्छे से सम्पन्न हुई थी. सुनीता के मौसा मौसी एक किराए के घर में रहते थे ये बात उन्होंने कृष्णयादव के परिवार को पहले ही बता दी थी. इस बात से कृष्ण यादव के परिवार वालो को कोई ऐतराज नही था. शादी के बाद पहली बार सुनीता के मौसा मौसी घर अपनी बेटी के घर आए. अपने साथ वे मिठाई के डिब्बे भी लेकर आए और उसमे उन्होंने नशे की दवाई मिलाई थी.
जैसे ही सुनीता के मौसा मौसी घर आए तो पुरे परिवार ने उनका स्वागत काफी अच्छे से किया. रात को सबने मिलकर एक साथ खाना खाया. खाना खाने के बाद सुनीता ने अपने हाथो से सभी को मौसा मौसी द्वारा लाइ गयी मिठाई दी. मिठाई खाने के बाद पूरा परिवार बेहोश हो गया. ये मामला सोमवार का है. मंगलवार की सुबह जब काफी देर तक परिवार का कोई भी सदस्य बाहर नही निकला तो पड़ोसियों को शक हुआ. जब वे घर में दाखिल हुए तो देखा परिवार के सभी सदस्य बेहोश पड़े थे
इसके बाद सभी सदस्यों को फौरन शिकोहाबाद के अस्पताल में भर्ती करवाया गया. पूरा मामला पुलिस तक पहुँच गया. पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर दुल्हे ने बताया कि उसने कभी सोचा भी नही था कि उसकी दुल्हन ऐसी बेशर्म निकलेगी. फिलहाल पुलिस दुल्हन व् उसके साथियों की तलाश कर रही है. कहा जा रहा है कि ये लुटेरी दुल्हन की एक टीम थी जोकि पैसे वाले लोगो के साथ रिश्ता करते है. लडकी की शादी करवा देते है और अगले दिन दुल्हे के घर से सारे गहने व् पैसे लेकर फरार हो जाते है.