सोनोवाल को 'लाल सलाम' क्यों कह रहे लेफ्टिस्ट?

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गुवाहाटी
किसान नेता और कार्यकर्ता के खिलाफ एनआईए द्वारा आरोपपत्र दाखिल किए जाने के बाद असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल के खिलाफ सोशल मीडिया पर जमकर विरोध देखने को मिल रहा है। ‘कॉमरेड’ और ‘लाल सलाम’ के संबोधन वाले अभिवादन और अन्य आरोपों को लेकर गोगोई पर देशद्रोह और आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप लगाए गए हैं। इसी के बाद सीएम सोनोवाल के खिलाफ इस तरह की प्रतिक्रिया आ रही है।

पिछले दिनों एनआईए ने गोगोई और उनके तीन सहयोगियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था। इस आरोप पत्र में कहा गया था कि ‘कॉमरेड’ और ‘लाल सलाम’ के संबोधन से जाहिर होता है कि राष्ट्रविरोधी और आतंकी गतिविधियों में वे सभी संलिप्त रहे हैं। इसके बाद सोनोवाल को भी लोग ‘कॉमरेड’ और ‘लाल सलाम’ से संबोधित कर तरह-तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं। चार जून से शुरू हुआ ये विरोध पिछले दो-तीन दिनों में जोर पकड़ चुका है।

एनआईए ने 29 मई को दायर की चार्जशीट
वहीं राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 29 मई को गोगोई और उनके तीन सहयोगियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया। पिछले साल दिसंबर में असम में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन में उनकी भूमिका के लिए देशद्रोह और आतंकी गतिविधियों के आरोप लगाए गए। कम्युनिस्ट घोषणापत्र, मार्क्स, माओ के जीवन का जिक्र करने तथा दोस्तों को कॉमरेड कहकर लाल सलाम के अभिवादन को आधार बनाते हुए एनआईए ने सभी पर प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के साथ जुड़ाव होने का आरोप लगाया है।

(समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा से मिले इनपुट्स के साथ)

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