गलवान घाटी (Galwan Valley) की घटना के बाद भारत और चीन के बीच बातचीत () तो जारी है, लेकिन तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। इस घटना को लेकर पूर्व सेना अध्यक्ष जनरल वीपी मलिक ने एक अखबार को दिए इंटरव्यू में कहा कि यह घटना पुरानी घटनाओं से थोड़ा अलग है। इस बार बड़ी संख्या में चीनी सैनिक LAC में भारतीय सीमा में घुसे। एक तरफ बातचीत भी चल रही थी और दूसरी तरफ वे हिंसात्मक रुख अपनाने के मूड में भी थे।
चीन की यह पुरानी आदत
पिछले पांच-छह सालों में चीन की तरफ से इस तरह की घटना में तेजी आई है। जनरल मलिक ने यह भी कहा कि चीन की यह पुरानी आदत रही है कि वह कहता कुछ और है और करता कुछ और है। ऐसे में भारत को ज्यादा संभल कर रहने और निगरानी करने की जरूरत है।
नैशनल सिक्यॉरिटी के मुद्दे पर गंदी राजनीति नहीं
जनरल मलिक ने कहा कि नैशनल सिक्यॉरिटी बहुत बड़ा मुद्दा है। इस मुद्दे पर गंदी राजनीति नहीं होनी चाहिए। सवाल उठाना गलत नहीं है, लेकिन तू-तू-मैं-मैं करना गलत है। इसके अलावा उन्होंने इन्फॉर्मेशन स्ट्रैटिजी की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि इससे बेकार की बातों को रोका जा सकता है।
अगर चीन के साथ युद्ध हो जाता है तो क्या भारत उसके लिए तैयार है। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि भारत इसके लिए पूरी तरह तैयार है। हम हथियार और टेक्नॉलजी के मामले में चीन से जरूर पीछे हैं, लेकिन भारत अपनी सीमा सुरक्षित रखने के लिए पूरी तरह सक्षम है। उन्होंने तो यहां तक कहा कि अगर चीन के साथ जारी विवाद के बीच पाकिस्तान भी अगर बदमाशी करता है तो भारत दोनों देशों का मुकाबला करने में सक्षम है।
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