आर्चर ने बताया था कि वेस्टइंडीज के खिलाफ जारी सीरीज के पहले मैच के बाद बायो-सिक्योर प्रोटोकॉल तोड़ने की वजह से सोशल मीडिया पर वह नस्लीय छींटाकशी का शिकार हुए थे। होल्डिंग ने स्काई स्पोर्ट्स से कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो मुझे नहीं लगता कि यह इतना मुश्किल होना चाहिए। वह उस टीम का हिस्सा हैं जिसने अभी एक टेस्ट मैच जीता है।’
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उन्होंने कहा, ‘इंग्लैंड टीम में उनके कई दोस्त हैं। वह बेन स्टोक्स के काफी करीब हैं। वह काफी सकारात्मक इंसान हैं। उन्हें टीम में व्यस्त रहना चाहिए और बाहरी शोर के बारे में भूल जाना चाहिए। ऐसा करके ही वह महान गेंदबाज बन सकते हैं।’
होल्डिंग ने साथ ही स्वीकार किया कि किसी भी तरह के अपमान को भुलाना इतना आसान नहीं होता। उन्होंने कहा, ‘यह आसान नहीं है। जब लोग आपके मूल, आपकी चमड़ी के रंग, आपके धर्म को लेकर आपको ताने मारें। आपके वजन को लेकर आपका अपमान करें। यह अनदेखा करना आसान नहीं होता। सोशल मीडिया से निपटना इतना आसान नहीं है लेकिन यह सब काम पर फोकस करने की बात है। इसके लिए मानसिक रूप से दृढ़ होना होगा।’