दंतेवाड़ा: भूमकाल दिवस पर एक बार फिर इलाके के सर्व आदिवासी समाज के लोग एकजुट होंगे। जल ,जंगल ,जमीन की लड़ाई भूमकाल दिवस को आस्था से जुड़े पर्वत पर मनाने का फैसला लिया गया है। भूमकाल दिवस बैलाडीला पर्वत पर 10 फरवरी को मनाया जाएगा।
मिली जानकारी के अनुसार 10 फरवरी को भूमकाल दिवस मनायेंगे। इस क्षेत्र के सभी ग्रामवासी हिस्सा लेंगे, इस साल का भूमकाल दिवस को डिपॉजिट 13 पिटोडमेटा में मनाने की सूचना अनुविभागीय अधिकारी उपखंड बचेली जिला दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा को दे दी गई है । ज्ञात हो की इस पहाड़ से ग्रामवासियों की आस्था जुड़ी हुई है ।सन 1910 में वीर गुण्डाधुर व वीर गेंद सिंह ने जल जंगल जमीन व अपनी संस्कृति की रक्षा के लिए भूमकाल विद्रोह किया था।
अब एन एम डी सी के डिपाजिट 13 इस लौह अयस्क खदान को निजी हाथों में सौपने की तैयारी थी जहां विराजमान है नंदराज पर्वत आदिवासी समाज के देव के देव पिटोड मेटा देव ।
इस पहाड़ी और देव बचाने के लिए आदिवासी समाज ने आंदोलन भी कर चुके है इसलिए आदिवासी समाज अब जल जंगल जमीन को बचाने भूमकाल दिवस इसी पहाड़ी में मनाने का फैसला लिया है ।