कोरबा,छत्तीसगढ़ः- छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले से एक अनोखा मामला सामने आया है। जिले एक सरकारी स्कूल में टीचर और स्कूल के बच्चे बाज से भयभीत हैं। पिछले एक महीने से बाज स्कूली बच्चों और स्कूल के शिक्षकों पर हमला कर रहा है। स्कूल आने जाने के दौरान रास्ते में बाज चोंच से हमला कर रहा है। इसके चलते स्कूल के स्टाफ विभिन्न तरीकों से खुद की सुरक्षा कर रहे हैं।
दरअसल, पूरा मामला है मानिकपुर क्षेत्र में संचालित सरकारी स्कूल का। बताया जा रहा है कि स्कूल के कैंपस में लगे पेड़ पर 4 बाज डेरा जमाए बैठे हैं। यह करीब दिसंबर माह से मौजूद हैं। उस समय इन बाजों ने स्कूल के दो बच्चों पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया था। हालांकि फिर कोरोना संक्रमण के चलते स्कूल बंद हो गया और बच्चों का आना भी। लेकिन टीचरों का स्कूल आना जारी है। ऐसे में अब ये बाज उनके लिए मुसीबत बनते जा रहे हैं।
स्कूल की महिला टीचर आशा टोप्पों कहती हैं कि वह बाज की हरकतों से काफी परेशान है। वह स्कूल में कहीं जाती हैं, तो बाज पीछे भागते हैं। दो बार चोंच मार कर दो महिला टीचरों को भी चोटिल कर चुके हैं। प्रधान पाठक सुरेश वत्रकार बताते हैं कि एक दिन बाज उनका मफलर ही लेकर उड़ गया। काफी परेशान हो गए तो स्थानीय पार्षद और वन विभाग को इसकी जानकारी दी।
वार्ड के पार्षद ने बताया कि, स्कूल के पास एक पेड़ में 3-4 बाज है। जब बच्चे स्कूल चलकर आते जाते है बाज हमला करता है। अबतक 2-3 बच्चे जख्मी हो चुके हैं। स्कूल की एक टीचर पर भी बाज ने हमला किया है। पार्षद ने वन विभाग को भी शिकायत कर दी है। कुछ दिन पहले वन विभाग के कर्मचारी निरीक्षण करने पहुंचे थे लेकिन बाज हमले का समाधान नहीं निकला है।