ये है फिल्म ‘Pushpa’ की बहुत बड़ी गलतियां, जिस सीन पर दर्शकों ने बजाई तालियां, उसी में हो गई इतनी बड़ी चूक

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नई दिल्ली: अल्लू अर्जुन की फिल्म पुष्पा धमाल मचा रही है। देश के कई राज्यों में थियेटर्स बंद कर दिए गए हैं वहीं कुछ जगह 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खोले गए हैं लेकिन बावजूद इसके पुष्पा का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है। सभी पांच भाषाओं मलयालम, कन्नड़, तेलुगू, तमिल और हिंदी में हिट साबित हुई है। फिल्म में अल्लू अर्जुन के डायलॉग बोलने के अंदाज और फाइटिंग सीन को दर्शक खूब पसंद कर रहे हैं। हिंदी पट्टी के दर्शक भी इस फिल्म को खूब एनज्वॉय कर रहे हैं। पुष्पा को फायर समझने वालों ने फिल्म की इन गलतियों पर ध्यान दिया है या नहीं जरा ये भी देख लीजिए…

फिल्म में दिखाया गया है कि पुष्पा का खास दोस्त केशव पहले तो वैन का दरवाजा नहीं खोल पाता है और फिर अगले ही सीन में नई मारुति वैन चलाकर ले जाता है, अब जरा सोचिए जिसे वैन का दरवाजा खोलना नहीं आता वो वैन चलाकर कैसे आ सकता है। हुई है न इस सीन में सुकुमार से गलती। पुष्पा में इस कॉन्सेप्ट के साथ जस्टिस ही नहीं हुआ।

अब जरा वो सीन याद करिए जिसमें पुष्पा पुलिस से बचते हुए ट्रक उड़ाकर एक गड्ढे में गिराता है। पुष्पा जिस गड्ढे में ट्रक फेंकता है वो गड्ढा सड़क के किनारे ही होता है तो क्या पुलिस को सड़क किनारे इतना बड़ा गड्ढा नहीं दिखा। मान भी लेते हैं कि पुलिस को गड्ढा नहीं दिखा लेकिन वो सड़क तो कच्ची थी और कच्ची सड़क पर ट्रक के टायर के निशान बनना तो लाजिमी है। लेकिन पुष्पा को पकड़ने वाली पुलिस के पास दिमाग कम था इसलिए वो ट्रक ढूंढने का प्रयास ही नहीं करती। सीधा उसे गाड़ी में बिठाकर ले जाती है। सोचिए देखते हुए तालियां तो आपने खूब पीटी होंगी लेकिन क्या इस लॉजिक पर आपने भी ध्यान दिया था।

जब पुष्पा श्रीनू के साले मोगलिस को पानी में मारता है तो वहां पानी में मोटरसाइकिल भी घुमाता है जबकि नदी में बड़े-बड़े पत्थर मौजूद होते हैं अब जरा सोचिए पत्थरों के बीच पानी में बाइक को गोल गोल घुमाना साइंस के किस नियम से होगा। हमने तो ऐसा कोई नियम नहीं पढ़ा, शायद सलमान खान की तरह अल्लू अर्जुन ने भी एक्शन के चक्कर में साइंस की धज्जियां उड़ा दी।

फिल्म पुष्पा का सबसे बड़ा ब्लंडर है उस सीन में जहां पुष्पा लाल चंदन की लकड़ियों को पानी में फेंकता है। इसी पर पूरी कहानी आधारित है। इंटरनेशनल मार्केट मे लाल चंदन की कीमत करोड़ों रुपए है। भारत के लाल चंदन की मांग सबसे ज्यादा चीन में है। लाल चंदन एक ऐसी लकड़ी होती है जिसका छोटे से छोटा टुकड़ा भी पानी में डूब जाता है। इसकी गुणवत्ता की पहचान भी ऐसे ही की जाती है लेकिन फिल्म में दिखाया जाता है कि लट्ठे के लट्ठे नदी में तैरते चले जा रहे हैं। फिल्म में दिखाई गई लाल चंदन की लकड़ी फाइबर और फोम से बनी हुई होगी तभी तैरते हुए चली गई।

फिल्म के एक सीन में पुष्पा को ट्रक के बोनट पर बैठकर घूमता हुआ दिखाया गया है। सीन में ट्रक घूमे जा रहा है लेकिन ट्रक के अंदर जब कोई ड्राइवर ही नहीं है तो ट्रक कैसे घूम रहा है भैया… हम उम्मीद करते हैं कि ये जानकारी आपके काम आएगी।

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