प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को पीएम स्वनिधि योजना के लाभार्थियों से संवाद करते हुए कहा कि हमारे देश का गरीब तो कागजों के डर से बैंक में जाता तक नहीं था। जनधन योजना के माध्यम से देश में 40 करोड़ से अधिक लोगों के बैंक खाते खुलवाए गए हैं। इन जनधन खातों से गरीब बैंक से जुड़ा, तभी तो उन्हें आसानी से लोन, आवास योजना का लाभ, आर्थिक मदद मिल रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हाल में सरकार ने शहरों में उचित किराए में बेहतर आवास उपलब्ध कराने की भी एक बड़ी योजना शुरू की है। एक देश, एक राशन कार्ड की सुविधा से आप देश में कहीं भी जाएंगे तो अपने हिस्से का सस्ता राशन ले पाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना का मकसद है कि रेहड़ी पटरी वाले लोग नई शुरुआत कर सकें, अपना काम फिर शुरू कर सकें, इसके लिए उन्हें आसानी से पूंजी मिले। उन्हें अधिक ब्याज देकर पूंजी न लानी पड़े।
बाद में प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया, ‘अब से कुछ देर पहले ऐसे कुछ साथियों से मेरी बात भी हुई है। उनकी बातों में एक विश्वास है, एक उम्मीद दिखी। ये भरोसा प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना की बहुत बड़ी ताकत है। आपके श्रम की ताकत को, आपके आत्मसम्मान और आत्मबल को मैं नमन करता हूं।’ प्रधानमंत्री ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की टीम की प्रशंस की। ट्वीट में कहा गया, ‘मध्य प्रदेश और शिवराज जी की टीम को बधाई देता हूं। उनके प्रयासों से सिर्फ 2 महीने के समय में मध्य प्रदेश में 1 लाख से ज्यादा स्ट्रीट वेंडर्स- रेहड़ी-पटरी वालों को स्वनिधि योजना का लाभ सुनिश्चित हुआ है।’
इस योजना का मकसद है कि वो लोग नई शुरुआत कर सकें, अपना काम फिर शुरू कर सकें, इसके लिए उन्हें आसानी से पूंजी मिले। ये भी पहली बार हुआ है कि रेहड़ी-पटरी वालों के लाखों लोगों के नेटवर्क को सही मायने में सिस्टम से जोड़ा गया है, उनको एक पहचान मिली है। ये एक ऐसी योजना है, जिसमें आपको ब्याज़ से पूरी तरह से मुक्ति भी मिल सकती है। इस योजना के तहत वैसे भी ब्याज में 7 प्रतिशत तक की छूट दी जा रही है। लेकिन अगर आप कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखेंगे तो आपको ये भी नहीं देना पड़ेगा।
(IANS से इनपुट के साथ)
+ There are no comments
Add yours