कोई नही भूलेगा वो दर्दनाक मंजर, जब आज ही के दिन दशहरे मैदान में बिछ गई थी 59 लाशें, आज भी गूंजती है सिसकियां

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नई दिल्ली: पूरे देश में 5 अक्टूबर को बड़ी ही धूमधाम से दशहरे का त्योहार मनाया जाएगा। इस दिन को बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है। दशहरे के दिन रावण दहन की परंपरा है।

Amritsar on the day of Dussehra in 2019

वहीं 2018 में पंजाब के अमृतसर और 2014 में बिहार के पटना में दशहरे पर ऐसा हादसा हुआ, जिसे याद कर हर साल सभी की आंखें नम हो जाती है। दशहरे पर हुए इन दो हादसों ने सभी को हिलकर रख दिया था।

61 लोगों के ऊपर से गुजर गई थी डीएमयू

19 अक्टूबर, 2018 को दशहरे के दिन जोड़ा फाटक रेलवे ट्रैक रक्तरंजित हो गया था। बता दें कि, शाम का समय था और जोड़ा फाटक इलाके में रावण दहन का कार्यक्रम चल रहा था। रेलवे ट्रैक पर खड़े होकर लोगों की भीड़ कार्यक्रम को बड़े ही चाव से देख रही थी। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी थीं।

लोग बहुत ही खुश थे, लेकिन इस दौरान कुछ ऐसा हुआ कि थोड़ी ही देर में हर जगह चीख पुकार मच गई। दरअसल, रेलवे ट्रैक पर खड़े होकर दशहरा देख रहे 61 लोगों के ऊपर से डीएमयू गुजर गई थी। शोर के बीच किसी को ट्रेन का हार्न ही नहीं सुनाई दिया। इसके बाद हर जगह लाशें बिछ गई थीं।

गांधी मैदान में बेकाबू भीड़ ने कुचले थे लोग

इसके अलावा बिहार के पटना में भी दशहरे बड़ा हादसा हो गया था, जो आज भी कोई नहीं भुला। 3 अक्टूबर 2014 को पटना के गांधी मैदान में रावण दहन कार्यक्रम का आयोजन हो रहा था कि अचानक इस दौरान भगदड़ मच गई। गांधी मैदान के केवल दो दरवाजों से भागने की कोशिश कर रही भीड़ एक-दूसरे पर चढ़ती गई। इस भगदड़ में 42 लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे ने भी सबको हिलाकर रख दिया था।

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