दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी से उत्पन्न स्थिति पर चर्चा करने के लिए केंद्र द्वारा सर्वदलीय बैठक बुलाई गई। पीएम मोदी ने इस बैठक में वैक्सीन को लेकर बड़ी बात कही और बताया कि कुछ हफ्तों में ही वैक्सीन आने की उम्मीद है।
पीएम मोदी ने संकेत दिए कि कोरोना की वैक्सीन पहले बुजुर्गों, कोरोना वॉरियर्स को मिल सकती है। बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि अभी आठ ऐसी वैक्सीन हैं, जो ट्रायल के चरण में बनी हुई हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि ऐसी उम्मीद है कि अगले कुछ हफ्तों में वैक्सीन को लेकर अच्छी खबर मिलेगी, वैज्ञानिकों की ओर से मंजूरी मिलते ही इसपर काम शुरू हो जाएगा। भारत एक विशेष सॉफ्टवेयर पर काम कर रहा है जो हर किसी को वैक्सीन पहुंचाने पर ट्रैकिंग करेगा।
अभी दूसरे देशों की कई वैक्सीन के नाम हम बाजार में सुन रहे हैं लेकिन दुनिया की नजर कम कीमत वाली, सबसे सुरक्षित वैक्सीन पर है और इसलिए पूरी दुनिया की नजर भारत पर भी है।
भारत की अपनी 3 संभावित वैक्सीन का ट्रायल जारी
सर्वदलीय बैठक में पीएम मोदी ने कहा, ‘करीब 8 ऐसी संभावित वैक्सीन हैं जो ट्रायल के अलग-अलग चरण में हैं और जिनका उत्पादन भारत में ही होना है। भारत की अपनी 3 वैक्सीन का ट्रायल अलग-अलग चरणों में है। विशेषज्ञ ये मान रहे हैं कि वैक्सीन के लिए बहुत ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
माना जा रहा है कि अगले कुछ हफ्तों में कोरोना की वैक्सीन तैयार हो जाएगी। जैसे ही वैज्ञानिकों की हरी झंडी मिलेगी भारत में टीकाकरण अभियान शुरू कर दिया जाएगा।
पीएम मोदी ने कहा, फरवरी-मार्च की आशंकाओं भरे, डर भरे माहौल से लेकर आज दिसंबर के विश्वास और उम्मीदों भरे वातावरण के बीच भारत ने बहुत लंबी यात्रा तय की है। अब जब हम वैक्सीन के मुहाने पर खड़े हैं तो वही जनभागीदारी, वही साइंटिफिक अप्रोच, वही सहयोग आगे भी बहुत जरूरी है।
वैक्सीन की कीमत पर क्या बोले पीएम?
पीएम मोदी ने बताया कि केंद्र सरकार बड़े स्तर पर वैक्सीन वितरण को लेकर काम कर रही है, जो राज्य सरकार की मदद से जमीन पर उतारा जाएगा। सरकार ने एक नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप बनाया है, जिसकी सिफारिश के अनुसार से ही काम होगा। वैक्सीन की कीमत क्या होगी, इसपर केंद्र और राज्य मिलकर फैसला लेंगे। कीमत पर फैसला लोगों को देखते हुए किया जाएगा और राज्य की इसमें सहभागिता होगी।
राजनीतिक दलों को जागरुक होना होगा
पीएम मोदी ने कहा कि सरकार हर किसी का सुझाव ले रही है और उसके अनुसार ही आगे बढ़ रही है। वैक्सीन को लेकर किसी तरह की अफवाह ना फैले और राष्ट्रहित सबसे अधिक हो, ऐसे में राजनीतिक दलों को जागरुक होना होगा।