राजस्थान () में जारी सियासी संकट के बीच केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता गजेंद्र सिंह शेखावत ( ) ने कहा कि राजस्थान में लोकतंत्र की हत्या की कोशिश हुई है। गहलोत सरकार विश्वास हो चुकी है। विधायकों को जबरन अगवा कर बंधक बनाया गया। अब राजस्थान में बाड़ाबंदी कर सरकार चलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि सचिन पायलट के जाने से राजस्थान की गहलोत सरकार उलटी गिनती गिन रही है।
‘सियासी संकट के पीछे बीजेपी का हाथ होने का आरोप बेबुनियाद’एक निजी चैनल से बातचीत के दौरान राजस्थान के सियासी संकट के पीछे बीजेपी का हाथ होने के सवाल पर गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि आरोप बेबुनियाद हैं। कांग्रेस की चारों इकाइयों (संगठन, युवा कांग्रेस, सेवा दल और छात्र संगठन) के अध्यक्ष और कार्यकर्ता अपनी ही सरकार के खिलाफ हो गए हैं। गहलोत सरकार के खिलाफ उन्हीं की पार्टी के विधायक हैं, कार्यकर्ता हैं, फिर भी बीजेपी को वो कसूरवार ठहराते हैं। उनके आरोप बेबुनियाद हैं।
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चुनाव हारने के बाद भी सचिन पायलट को राजस्थान का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया’
आज कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा, “चुनाव हारने के बाद भी सचिन पायलट को राजस्थान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया।कांग्रेस ने जितना प्रोत्साहन सचिन पायलट को मिला, उतरा किसी भी दल में किसी को नहीं मिला है।” सुरजेवाला ने कहा कि अगर सचिन पायलट बीजेपी में नहीं जाना चाहते हैं तो हरियाणा में बीजेपी की सरकार की मेजबानी से वापस आइए। बीजेपी के किसी भी नेता से वार्तालाप बंद कर दीजिए।
20 करोड़ का सौदा किया जा रहा था: CM गहलोत
इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट और उनके समर्थकों की बगावत को लेकर बुधवार को जमकर भड़ास निकाली। उन्होंने मीडिया के सामने कहा कि 20 करोड़ का सौदा किया जा रहा था। उनके पास प्रूफ है। वो षडयंत्र के पार्ट थे, सचिन पायलट ही लीड कर रहे थे। और पूछ रहे थे नाम बताओं, मोबाइल नंबर दो? उन्होंने कहा कि अच्छी इंग्लिश बोलना, स्माइल देना ये काफी नहीं है। देश में हॉर्स ट्रेडिंग हो रही है, ये देश का बर्बाद करेंगे? क्या मीडिया को दिखता नहीं है क्या? इस मौके पर उन्होंने कुछ मीडिया के लोगों की भी आलोचना की। उन्होंने कहा ‘सोने की छुरी पेट में खाने के लिए नहीं होती है’।