नई दिल्ली: देश में कोरोना के मामले कम होने के बाद एक बार फिर बढ़ने लगे है। देश की राजधानी में शनिवार को 461 मामले सामने आए है। जबकि दो लोगों की इलाज के दौरान मौत हुई है। यहां 15 मार्च के बाद पहली बार दो लोगों की मौत हुई है। जिसके बाद दिल्ली में एक्टिव मरीजों की संख्या 1262 हो गई हैै। इससे पहले 6 मार्च को 1261 सक्रिय केस थे।
राजधानी में कोरोना के सक्रिय मामलों में 11 अप्रैल से लगातार बढ़ोतरी हो रही है। दिल्ली में सक्रिय मामलों की संख्या मुंबई के मुकाबले तीन गुना से ज्यादा हो गई है। मुंबई में 345 सक्रिय मामले हैं। मेट्रो शहरों में सर्वाधिक केस बेंगलुरू में 1363 दर्ज किए गए।
एक तिहाई मामले दिल्ली से : देशभर में रोजाना के कुल मामलों में एक तिहाई से अधिक मामले दिल्ली से हैं। बीते 24 घंटे में देशभर में 16 अप्रैल को कोरोना के नए कुल 975 मामले दर्ज किए गए। वहीं, दिल्ली में 461 नए संक्रमित मिले। गुरुवार को यह संख्या 366 थी।
एनसीआर में गुरुग्राम दूसरे नंबर पर: दिल्ली-एनसीआर में गुरुग्राम में 48 दिन बाद सर्वाधिक 171 मामले मिले। कुल सक्रिय मामलों की संख्या 671 दर्ज की गई। गौतमबुद्ध नगर में 218, गाजियाबाद में 90 सक्रिय मामले हैं।
बच्चे संक्रमित हों तो घबराएं नहीं : गुलेरिया
एम्स दिल्ली के निदेशक रणदीप गुलेरिया के अनुसार, बच्चों में संक्रमण होने पर घबराने की जरूरत नहीं है। बच्चों में गंभीर संक्रमण की आशंका कम होती है और लक्षण के अनुरूप इलाज करने पर बहुत जल्द ठीक हो जाते हैं।
संक्रमण दर 5.33 फीसदी पर पहुंची
दिल्ली में कोरोना संक्रमण जांच दर 5.33 फीसदी पर पहुंच गई। ऐसा एक फरवरी के बाद हुआ।शनिवार को 8,646 लोगों की जांच की गई। होम आइसोलेशन में कोरोना के 772 मरीजों का इलाज हो रहा है।
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