प्रोफेसर का नाम लेकर यूनिवर्सिटी में घुसे कार सवार, छात्राओं संग छेड़छाड़- अगवा करने की कोशिश..

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Car riders entered JNU जेएनयू कैंपस में मंगलवार देर हुई घटना के बाद छात्राओं की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। नशे में धुत कार सवार लोगों ने एक प्रोफेसर से मिलने की बात कहकर कैंपस में प्रवेश किया था। उन्होंने अंदर आकर दो छात्राओं के साथ छेड़छाड़ की और उन्हें अगवा करने का प्रयास किया। कैंपस में आने वाले बाहरी लोगों से परिचय पत्र के अलावा वे किससे मिलने आए हैं, उनका रेफरेंस और वाहन का नंबर नोट करने के बाद प्रवेश दिया जाता है। हालांकि, जब जेएनयू के प्रोफेसर से सुरक्षाकर्मियों ने तफ्तीश की तो उन्होंने आरोपियों के बारे में अनभिज्ञता जताई।

एडवाइजरी जारी की गई 

Car riders entered JNU कैंपस में छात्राओं की सुरक्षा को लेकर छात्रों के बीच आक्रोश है। इस घटना की जानकारी मिलने के बाद रात एक बजे सभी छात्र संगठनों ने जेएनयू के मुख्य सुरक्षा अधिकारी (सीएसओ) प्रशासन और सुरक्षा एजेंसी पर सवाल उठाया। घटना की जानकारी मिलने के बाद जेएनयू की कुलपति प्रो. शांतिश्री धुलिपुड़ी ने घटनास्थल और मुख्य प्रवेश द्वार का दौरा कर जेएनयू वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर एडवाइजरी जारी की। बाहर के लोगों के प्रवेश को लेकर कई सुझाव दिए गए हैं।

जेएनयू परिसर में लगभग एक घंटा रहे आरोपी 

Car riders entered JNU जेएनयू सूत्रों का कहना है कि आरोपी लगभग एक घंटा कैंपस में रहे। मुख्य द्वार से जहां केवल टोकन से बाहरी वाहनों को प्रवेश मिलता है, ये आरोपी जेएनयू के एक प्रोफेसर के घर का पता देकर रात 11:45 बजे घुसे और घटना के बाद 12:45 बजे बाहर आ गए। कैंपस की दो छात्राएं रात में रिंग रोड (एडमिन ब्लॉक के चारों तरफ की सड़क) पर टहलने निकली थीं। जैसे ही वह एडमिन ब्लॉक के निकट बस स्टैंड के पास पहुंचीं, दूसरे छोर से बाहर जाने के लिए एक कार रुकी और उसमें से एक व्यक्ति ने छात्रा के बाल पकड़कर अपनी तरफ खींचने की कोशिश की। कार में तीन लोग पीछे की सीट पर और दो लोग ड्राइवर समेत आगे बैठे थे। छात्राओं के विरोध करने पर उन्होंने गाली-गलौज और छेड़छाड़ की। छात्राओं के चिल्लाने पर वहां थोड़ी दूर पर टहल रहे दूसरे छात्र आए, जिसके बाद आरोपी फरार हो गए।

Car riders entered JNU छात्रों ने मार्च निकाला 

Car riders entered JNU कैंपस में हुई घटना के विरोध में बुधवार शाम वामपंथी छात्रों ने साबरमती ढाबा से जेएनयू मुख्य गेट तक मार्च निकाला। रात 9 बजे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने भी इस मामले में विरोध प्रदर्शन कर जेएनयू प्रशासन के खिलाफ भी नारेबाजी की। छात्रों ने छात्रों ने मुख्य सुरक्षा अधिकारी के इस्तीफे की मांग की और वर्तमान में यहां कार्य कर रही सुरक्षा एजेंसी को भी हटाए जाने की मांग उठाई।

छात्रों में आक्रोश, सुरक्षा अधिकारी का इस्तीफा मांगा

Car riders entered JNU जेएनयू में एबीवीपी के अध्यक्ष उमेश चंद्र अजमीरा का कहना है कि यह पूरी तरह तरह सुरक्षा में चूक है। जेएनयू के मुख्य सुरक्षा अधिकारी नवीन यादव को तुरंत पद से इस्तीफा देना चाहिए। यहां की सुरक्षा एजेंसी की मौजूदगी में कैंपस में पहले में भी इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं। एबीवीपी-जेएनयू ने एक बयान में कहा है कि हम घटना की कड़ी निंदा करते हैं और पीड़ितों के साथ एकजुट हैं। हाल ही में हुई घटनाओं ने सुरक्षा उपायों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हम अक्षम चीफ सिक्योरिटी अधिकारी के तत्काल इस्तीफे की मांग करते हैं। छात्र संगठन ने परिसर में ऐसे सुरक्षित और समावेशी माहौल की मांग की है जहां सभी छात्र खासकर महिलाओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। जेएनयू छात्र संघ ने भी इस बाबत बयान जारी किया है और इस घटना को लेकर जेएनयू प्रशासन को कठघरे में खड़ा किया है। जेएनयू की एक छात्र नेता ने बताया कि आए दिन कैंपस में चोरी की घटनाएं हो रही हैं। यही नहीं छात्राओं की सुरक्षा एक बड़ा मुद्दा है। ऐसा तब है जब कैंपस के चारों ओर बाउंड्री है और आने वालों के पहचान पत्र देखे जाते हैं। यह पूरी तरह सुरक्षा में चूक है।

सुरक्षा में लापरवाही के पांच प्रमुख कारण

● घटनाओं के बाद तुरंत सक्रियता, लेकिन बाद में फिर प्रशासनिक शिथिलता
● शिक्षकों और छात्रों ने बार-बार सुरक्षा एजेंसी पर सवाल उठाए, लेकिन अब तक उस पर ठोस कार्रवाई नहीं हुई
● बड़ा कैंपस, जिसमें हर जगह सुरक्षाकर्मी मौजूद नहीं रह सकते
● जेएनयू में अधिकांश इलाके में जंगल, घटना के बाद छुपने या भागने में आसानी
● बाहरी लोगों के प्रवेश को लेकर सख्त नियम नहीं हैं

पहले भी ऐसी घटनाएं

● 2021 से 2022 के बीच कैंपस में लगभग एक दर्जन चोरी की घटनाएं हुईं हैं
● 2021 में रिंग रोड पर कैब ड्राइवर ने लड़कियों को गाड़ी में खींचने की कोशिश की थी
● 2022 में कुलपति के गेट से 100 कदम की दूरी पर एक छात्रा से दुष्कर्म की कोशिश की गई थी
● 2023 में होली में बाहरी लोगों ने कैंपस में मारपीट की थी
● 6 जून, 2023 को फिर से कैंपस में दो छात्राओं के साथ अभद्रता और अपहरण का प्रयास हुआ है

प्रवेश और निकास के क्या हैं प्रावधान

● जेएनयू में पांच गेट हैं। सुविधा के लिए अलग-अलग गेट से प्रवेश और निकासी की व्यवस्था है
● उत्तरी गेट से केवल बाहरी वाहन ही टोकन लेकर आ और जा सकते हैं। सरस्वतीपुरम गेट केवल स्टाफ के लिए है
● पश्चिमाबाद गेट से केवल टोकन के माध्यम से प्रवेश और निकास
● पूर्वी गेट से केवल स्टीकर वाले वाहनों की आवाजाही है
● एसपीएस गेट से भी केवल स्टीकर वाले वाहनों की आवाजाही है

परिसर में महिलाओं की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता जेएनयू प्रशासन

Car riders entered JNU इस पूरे मामले के बारे में जेएनयू प्रशासन ने कहा है कि पुलिस को शिकायत दी गई है। जेएनयू प्रशासन जांच की प्रक्रिया में पुलिस के साथ समन्वय कर रहा है। इस घटना से संबंधित किसी भी जानकारी के मामले में, निवासियों को सलाह दी जाती है कि वे तुरंत सुरक्षा शाखा या पुलिस को सूचित करें। जेएनयू प्रशासन द्वारा परिसर के निवासियों की सुरक्षा में सुधार के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। परिसर में महिलाओं की सुरक्षा और निडर आवाजाही हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है और प्रशासन किसी भी रूप में या किसी के द्वारा यौन उत्पीड़न से निपटने वाले कानून को सख्ती से लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है।

आपात स्थिति में यहां करें संपर्क

किसी भी आपात या सहायता के लिए निम्नलिखित नंबरों पर संपर्क किया जा सकता है।
उत्तरी गेट पर सुरक्षा नियंत्रण कक्ष (24७7)
01126742878, 01126704752
इसके अलावा पुलिस को भी कॉल की जा सकती है।

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