रायपुरः- Chandrayaan-3 Ganesh pandal चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद से चंद्रयान लोगों के दिलो दिमाग पर छा गया है। इस असर पूजा पंडालों में दिखना शुरू हो गया है। छत्तीसगढ़ के रायपुर में गणेश चतुर्थी के लिए बनाया पंडाल ISRO के सफल चंद्र लैंडिंग मिशन ‘चंद्रयान -3’ के जैसा है। गौर हो कि ‘चंद्रयान-3’ की सफलता के साथ भारत चंद्रमा के अब तक अज्ञात दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर उतारने वाला पहला देश भी बन गया। जबकि चंद्रमा पर उतरने वाला अमेरिका, रूस और चीन के बाद चौथा देश बन गया है।
Chandrayaan-3 Ganesh pandal रायपुर में गणेश चतुर्थी पर बनाया गया 120 फीट का पंडाल चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान से काफी मिलता-जुलता है और मंगलवार से गणेशोत्सव समारोह शुरू होने पर यह सार्वजनिक प्रदर्शन पर होगा। राज्य की राजधानी में कई प्रमुख गणेश उत्सव समितियों ने विशेष थीम पर बड़े और विस्तृत रूप से डिजाइन किए गए पंडाल बनाए हैं।
Chandrayaan-3 Ganesh pandal काली बाड़ी में चंद्रयान-3 मिशन को दर्शाने वाला थीम आधारित पंडाल बनाया गया है। पंडाल में पीएसएलवी रॉकेट की प्रतिकृति 120 फीट की ऊंचाई और 70 फीट की चौड़ाई पर है। थीम आधारित पंडाल को समय पर तैयार करने के लिए कोलकाता से आए तीस कारीगरों ने दिन-रात काम किया।
Chandrayaan-3 Ganesh pandal इस पंडाल के निर्माण में शामिल कारीगरों में से एक ने कहा कि पंडाल को खड़ा करने में हजारों बांस के खंभे लगे और प्लाईवुड का भी उपयोग किया गया। ‘चंद्रयान-3’ मिशन की थीम पर बने पंडाल को बनाने में 45 दिन लगे। महाराष्ट्र के पुणे में श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई सार्वजनिक गणपति ट्रस्ट द्वारा अयोध्या के राम मंदिर पर आधारित एक और गणेश पंडाल लगाया गया है।
Chandrayaan-3 Ganesh pandal
Chandrayaan-3 Ganesh pandal आयोजन समिति के एक अधिकारी ने कहा कि आयोजकों ने कहा कि उन्होंने पिछले दो महीनों से पंडाल पर काम किया है और इसमें भगवान गणेश की मूर्ति की स्थापना की अध्यक्षता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत करेंगे।