रायपुर: Chhattisgarh Foundation Day छत्तीसगढ़ का स्थापना दिवस (chhattisgarh foundation day) 1 नवंबर को बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। भगवान श्रीराम का ननिहाल कौशल राज्य आज पूरे देश में छत्तीसगढ़ के नाम से प्रख्यात है। त्रेता युग के हजारों साल बाद और वर्तमान से लगभग 300 साल पहले गोंड जनजाति के शासनकाल के दौरान इस राज्य का नाम छत्तीसगढ़ पड़ा था। यह एक ऐसा राज्य है जो कि हिंदुस्तान के मध्य में घने जंगलों से घिरा हुआ है। छत्तीसगढ़ मंदिरों और झरनों के साथ-साथ अपनी आदिवासी संस्कृति और परंपरा के लिए जाना जाता है। मध्य प्रदेश का हिस्सा रहने वाला छत्तीसगढ़ 1 नवंबर 2000 में अपने मूल नाम छत्तीसगढ़ के नाम से जाना जाने लगा है।
1 नवंबर 2000 में हुआ था गठन
छत्तीसगढ़ पहले मध्यप्रदेश का हिस्सा था लेकिन साल 2000 में मध्यप्रदेश से अलग होकर छत्तीसगढ़ अस्तित्व में आया। हमेशा से धान के कटोरे के नाम से पूरे हिंदुस्तान में जाना जाने वाला छत्तीसगढ़ को पहली बार मराठा साम्राज्य के समय 1795 में आधिकारिक दस्तावेज में इसके नाम का इस्तेमाल किया गया था। साल 2013 की गणना के अनुसार दो करोड़ 55 लाख की जनसंख्या वाला यह राज्य तरक्की की कई ऊंचाइयों को छू चुका है।
कैसे हुआ छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण
मराठा साम्राज्य के समय छत्तीसगढ़ नाम लोकप्रिय हुआ था। पहली बार 1975 में आधिकारिक दस्तावेज में सामने आया था। छत्तीसगढ़ क्षेत्र कलिंग के चेदि वंश का हिस्सा था। 1803 तक मध्यकाल में वर्तमान पूर्वी छत्तीसगढ़ का एक बड़ा हिस्सा उड़ीसा के संबलपुर राज्य का हिस्सा था। 1 नवंबर के दिन साल 1956 से लेकर साल 2000 तक भारत के छह अलग-अलग राज्यों का जन्म हुआ इसमें मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, पंजाब-हरियाणा, कर्नाटक और केरल शामिल हैं। इन राज्यों में एक ही दिन स्थापना दिवस मनाया जाता है।
Chhattisgarh Foundation Day छत्तीसगढ़ राज्य को पूरे 22 वर्ष हो चुके हैं। छत्तीसगढ़ राज्य वर्तमान में अपनी युवावस्था की ऊंचाइयों तक पहुंच चुका है। साल 2000 में जुलाई में लोकसभा और अगस्त में राज्यसभा में छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के प्रस्ताव पर मुहर लगी थी। उस वक्त छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश का हिस्सा था। उस वक्त मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार और दिग्विजय सिंह मुख्यमंत्री थे। वहीं केंद्र में भाजपा की गठबंधन की सरकार में अटल बिहारी प्रधानमंत्री थे। 4 सितंबर 2000 को भारत सरकार के राज्य पत्र में प्रकाशन के बाद 1 नवंबर 2000 को छत्तीसगढ़ देश के 26 वें राज्य के रूप में दर्ज हो गया था। नया राज्य बनने के बाद अजीत जोगी छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री बने थे।
अटल बिहारी को छत्तीसगढ़िया संस्कृति से लगाव था
Chhattisgarh Foundation Day ऐसा कहा जाता है कि अटल बिहारी ने 1990 से ही तय किया था कि छत्तीसगढ़ एख अलग राज्य बनना चाहिए। अटल बिहारी को छत्तीसगढ़िया आदिवासी संस्कृति और वन संपदा से काफी लगाव था। अलग छत्तीसगढ़ बनाने की मांग केंद्र में सबसे पहले आचार्य नरेंद्र दुबे ने की थी। इसके लिए उन्होंने 1965 में ‘छत्तीसगढ़ समाज’ की स्थापना की थी। इसके बाद अलग छत्तीसगढ़ को लेकर कई नेताओं ने मांग की। इसके बाद विद्याचरण शुक्ल इस आंदोलन में कूद पड़े थे।
साल 1998-99 के लोकसभा चुनाव में अटल बिहारी वाजपेयी ने रायपुर में एख सभा में वादा किया था कि एगर केन्द्र में उनकी सरकार बनी तो वो छत्तीसगढ़ को अलग राज्य बनाएंगे। इस चुनाव में बीजेपी की जीत हुई और उन्होंने अपना वादा निभाया। अटल जी की सरकार में 25 जुलाई 2000 मध्यप्रदेश राज्य पुनर्निर्माण विधेयक- 2000 लोकसभा में पेश हुआ। इसके बाद 31 जुलाई 2000 को लोकसभा में और 9 अगस्त को राज्य सभा में छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण पर मुहर लग गई।
पहली बार बनी बीजेपी की सरकार
छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के बाद जब 2003 में पहली बार चुनाव हुए तो अटल बिहारी वाजपेयी यहां प्रचार करने के लिए आए। अटल ने लोगों से कहा था मैंने अपना वादा पूरा किया है। जिसके बाद राज्य में हुए पहले चुनाव में बीजेपी की सरकार बनी।
15 साल छत्तीसगढ़ में भाजपा के डॉ रमन सिंह ने किया शासन
Chhattisgarh Foundation Day साल 2000 से और अब तक छत्तीसगढ़ में चार बार विधानसभा के चुनाव हो चुके हैं। जिसमें से तीन बार भाजपा ने छत्तीसगढ़ में शासन किया है। पहली बार छत्तीसगढ़ राज्य की कमान अजीत जोगी ने संभाली थी। उसके बाद साल 2003 में हुए विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था तब बीजेपी के डॉक्टर रमन सिंह प्रदेश के पहले निर्वाचित मुख्यमंत्री का पदभार ग्रहण किया था। उसके बाद लगातार 15 साल तक तीन पंचवर्षीय भाजपा ने चुनाव जीतकर छत्तीसगढ़ में शासन किया। बीजेपी के डॉक्टर रमन सिंह 15 सालों तक छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रहे।
साल 2018 में कांग्रेस ने एक बार फिर जोरदार वापसी करते हुए पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई जिसमें वर्तमान में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ की कमान संभाले हुए हैं। वर्तमान में छत्तीसगढ़ में 33 जिले 90 विधानसभा सीटें और 11 लोकसभा सीटें है।
छत्तीसगढ़ की रीति रिवाज और परंपरा
छ्त्तीसगढ़ अपने प्राकृतिक संसाधन के साथ-साथ अपनी संस्कृति और रीति रिवाज के नाम से भी जाना जाता है। यहां की आदिवासी संस्कृति आज भी प्रदेश के लोगों को लिए खास मानी जाती है। छत्तीसगढ़ में वर्तमान समय में 33 जिले हैं।