छत्तीसगढ़ के सांसद ने विधान सभा चुनाव लड़ाने से किया मना?

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Balod: सांसद मोहन मंडावी का विस चुनाव लड़ने से इनकार, बोले- मेरे लिए ठीक है लोकसभा।

कांकेर में बीजेपी ने इस बार आशाराम नेताम को टिकट दिया है। वर्तमान में शिशुपाल शोरी कांग्रेस के विधायक हैं। उन्होंने बीजेपी के हीरा मरकाम को हराया था। कांकेर वैसे बहुत बड़ा जिला है और कांकेर जिले में तीन विधानसभा सीटें हैं।

छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर गहमा- गहमी तेज हो गई है। आज कल में भारतीय जनता पार्टी की दूसरी लिस्ट सामने आ सकती है कई नामों को लेकर चर्चाएं जोरों पर हैं। मध्य- प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए केंद्रीय मंत्री सहित सांसदों को टिकट दिया गया है ऐसे में नाम घोषणा होने के पहले कांकेर लोकसभा क्षेत्र के सांसद मोहन मांडवी का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि पार्टी मुझे चुनाव लड़ने के लिए बोल रही है लेकिन मैं खुद मना कर रहा हूं मैं लोकसभा में ही खुश हूं। आपको बता दें कि कांकेर लोकसभा से एक सीट बीजेपी की पहली लिस्ट में फाइनल हो चुकी है और जो बाकी सीट है उनमें से सांसद मोहन मांडवी की दावेदारी सुनिश्चित मानी जा रही थी। उन्होंने कहा कि वह विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ना चाहते पार्टी उन्हें टिकट देने की बात कह रही है पर उन्होंने स्वयं मना करने की बात कही है।

अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित कांकेर लोकसभा

छत्तीसगढ़ में अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित कांकेर लोकसभा सीट बस्तर, रायपुर और दुर्ग संभाग के अलग जिलों का हिस्सा है। सांसद मोहन मंडावी इसी कांकेर लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं और वह जनसेवा और मानस मंच के माध्यम से जनता के बीच सांसद बनकर पहुंचे और उनका दौरा लगातार बना रहता है। वह काफी सक्रिय सांसद माने जाते हैं क्योंकि उनकी फैन फॉलोइंग काफी अच्छी है इसलिए उनके प्रशंसक उनका कहना था कि उन्हें किसी भी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहिए परंतु उन्होनें आज पहली दफा मीडिया के सवालों का जवाब दिया और कहा कि पार्टी तो चुनाव लड़ाना चाहती है परंतु मेरे लिए लोकसभा भी ठीक है।

कांकेर के एक सीट से प्रत्याशी घोषित 

कांकेर में बीजेपी ने इस बार आशाराम नेताम को टिकट दिया है। वर्तमान में शिशुपाल शोरी कांग्रेस के विधायक हैं। उन्होंने बीजेपी के हीरा मरकाम को हराया था। कांकेर वैसे बहुत बड़ा जिला है और कांकेर जिले में तीन विधानसभा सीटें हैं और तीनों आरक्षित हैं। बालोद जिले की बात करें तो यह भी कांकेर लोकसभा क्षेत्र का एक हिस्सा है यहां भी तीन विधानसभा सीटें है। जिसमें से एक आरक्षित है।

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