रायपुर,छत्तीसगढ़:- आज राष्ट्रीय प्रेस दिवस है। पत्रकारिता को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना जाता है। भारत एक लोकतंत्र देश है। भारत में प्रेस की स्वतंत्रता भारतीय संविधान के अनुच्छेद-19 में भारतीयों को दिए गए अभिव्यक्ति की आजादी के मूल अधिकार से सुनिश्चित होती है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभी पत्रकारों को ट्वीट कर शुभकामनाएं दी हैं।
सीएम बघेल ने ट्वीट करते हुए लिखा- आज National Press Day के अवसर पर मीडिया जगत से जुड़े सभी साथियों को बधाई एवं शुभकामनाएं। हर सच अपने मूल स्वरूप में जनता तक पहुंचे इसकी जिम्मेदारी प्रेस की है। लोकतंत्र में लोक और तंत्र दोनों की ताकत आप हैं।
क्यों मनाया जाता है National Press Day?
इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य प्रेस की आजादी के महत्व के प्रति जागरूकता फैलाना है। इसके साथ ही ये दिन अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को बनाए रखने और उसका सम्मान करने की प्रतिबद्धता की बात करता है। प्रेस की आजादी के महत्व के लिए दुनिया को आगाह करने वाला ये दिन बताता है कि लोकतंत्र के मूल्यों की सुरक्षा और उसे बहाल करने में मीडिया अहम भूमिका निभाता है।
प्रथम प्रेस आयोग ने भारत की प्रेस की स्वतंत्रता की रक्षा करने और पत्रकारिता में उच्च आदर्श स्थापित करने के उद्देश्य से एक प्रेस परिषद की कल्पना की गई थी। फलस्वरुप, भारत की 4 जुलाई, 1966 को प्रेस परिषद की स्थापना हुई, जिसने 16 नवंबर, 1966 से अपना औपचारिक कामकाज शुरू किया। तब से हर साल 16 नवंबर को राष्ट्रीय प्रैस दिवस के रूप में मनाया जाता है।
इसके चलते सरकारों को पत्रकारों की सेफ्टी भी सुनिश्चित करनी चाहिए। जबकि वर्तमान समय में जर्नलिस्ट की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं होने के कारण आए दिन पत्रकारों की हत्या की खबरें अखबार की सुर्खियों में देखने को मिलती है। जो कि सभ्य समाज के लिए शर्म की बात है।
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