controversy over pathan film : भोपाल। ‘पठान’ फिल्म रिजीज के पहले ही विवाद में आ चुकी है। अभी तक राजनीतिक गलियारों तक इसका विवाद देखा जाता था लेकिन अब यह विवाद धर्मगुरूओं और कथावाचकों तक आ पहुंचा है। इस समय कथावाचक प्रदीप मिश्रा की भागवत मप्र के बैतूल में हो रही है। इसी बीच ‘पठान’ को लेकर पंडित प्रदीप मिश्रा का बयान सामने आया है। पंडित जी ने कहा कि ऐसी फिल्में नहीं देखना चाहिए। आपदा के वक्त संघ सबसे आगे रहा है। हर घर से एक बेटा संघ और बजरंग दल में आना चाहिए। अभिनेत्री को भगवा कपड़े नहीं पहनना चाहिए थे।
कमलनाथ ने भी दिया बयान – controversy over pathan film
controversy over pathan film : कथा वाचक प्रदीप मिश्रा के बजरंग दल और आरएसएस में प्रत्येक परिवार के एक सदस्य को शामिल करने के बयान के बाद पूर्व सीएम कमलनाथ का बयान सामने आया है कमलनाथ ने छिंदवाड़ा में पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा कि उन्हें कोई फर्क नही पड़ता।
उन्होंने पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा कि प्रदीप मिश्रा बैतूल में है और उनसे मेरी कल रात में ही बात हुई है वह कह रहे हैं कि छिंदवाड़ा में कब कथा करना है आप टाइम बताइए, मैंने उनसे कहा कि मैं आपको तारीख बताता हूं।
लोग कहेंगे कि बीजेपी के हैं इससे मुझे चिंता नहीं है, प्रदीप मिश्रा कहां के हैं किसके हैं, मुझे इससे कोई मतलब नहीं है। उन्होंने इंदौर में तो कुछ बोला नहीं। कमलनाथ ने कहा कि लोगों की धार्मिक भावना उजागर करना उनका लक्ष्य है।
वह किसी के भी हो उस से मतलब नहीं सिर्फ धार्मिक भावना से मतलब है। पत्रकारों से सिमरिया हनुमान मंदिर का जिक्र करते हुए कमलनाथ ने कहा कि मैंने जो मंदिर बनाया वह अपनी धार्मिक भावना से बनाया।
मैंने इसकी कोई पब्लिसिटी नहीं करी, कुछ नहीं किया आज तक में पब्लिसिटी नहीं करता। कोई चैनल ने दिया है दिखाया तो उसने अपने आप ही दिखाया है यह सब भावनाओं से होता है, अपना देश भावनाओं का देश है, यह हमें कभी नहीं भूलना चाहिए, भारत देश संस्कृति का देश है।
पहले भी घिर चुके है प्रदीप मिश्रा – controversy over pathan film
controversy over pathan film : ये पहली बार नहीं है जब पंडित प्रदीप मिश्रा अपने किसी बयान के चलते विवादों में घिरे हैं। हाल ही में गायत्री परिवार पर की गई टिप्पणी के चलते वह विवादों में आ गए थे। अपनी शिव महापुराण की कथा के दौरान उन्होंने गायत्री परिवार के सूत्र वाक्य से जोड़ते हुए श्रोताओं को अपनी बात समझाने की कोशिश की थी। इसके बाद उन पर आरोप लगाया गया था कि उन्होंने गायत्री परिवार के सूत्र वाक्य को मजाकिया लहजे में पेश किया है।
अपनी इस कथा में उन्होंने गायत्री परिवार के मूल मंत्र हम सुधरेंगे युग सुधरेगा, हम बदलेंगे युग बदलेगा को उपयोग किया था और कुछ बातें कही थी। यह देख कर उन पर गायत्री परिवार के कार्यकर्ताओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाते हुए स्पष्टीकरण देने की मांग भी की गई थी। बाद में यह जानकारी भी सामने आई थी कि गायत्री परिवार और पंडित प्रदीप मिश्रा के बीच बातचीत हो गई है और उन्होंने मंच से स्पष्टीकरण देने को कहा है।
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