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हरिद्वार, उत्तराखंड: हरिद्वार में एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। जिसमें एक बुजुर्ग दंपत्ति ने अपने बेटे और बहू पर पोता-पोती का सुख न देने पर केस कर दिया है। इतना ही नहीं इस दंपति ने अपने बेटे और बहू से बेटे की परवरिश और पढ़ाई में खर्च हुए 5 करोड़ रुपये की मांग की है। मामला अब कोर्ट में पहुंच गया है। बेटे और बहू के खिलाफ घरेलू हिंसा की धाराओं के अंतर्गत न्यायालय में वाद दायर किया है। अब इस अनोखे केस की हर ओर चर्चा हो रही है।
बेटे को अमेरिका में पढ़ाया और पायलट बनाया
इस दंपति के वकील अरविंद कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि संजीव रंजन प्रसाद बीएचईएल में अधिकारी पद पर कार्यरत थे। रिटायरमेंट के बाद वे अपनी पत्नी साधना प्रसाद के साथ एक हाउसिंग सोसाइटी में रहते हैं। साधना प्रसाद का कहना है कि श्रेय सागर उसका एकमात्र पुत्र है। पुत्र की परवरिश में कोई कमी न हो अन्य संतान भी पैदा नही की। उसे पायलट बनाया। वर्तमान में श्रेय सागर प्रतिष्ठित एयर लाइन कंपनी में बतौर पायलट कैप्टन है।
बहू को लेकर दी 65 लाख की ऑडी
महिला ने बताया कि पुत्र श्रेय सागर को पायलट बनाने के लिए यूएसए से प्रशिक्षण में पैंतीस लाख रुपये की फीस, रहन-सहन का खर्च बीस लाख व पुत्र व पुत्रवधू की खुशी के लिए 65 लाख की ऑडी कार लोन लेकर खरीद कर दी है। दिसंबर 2016 में उसने वंश बढ़ाने के लिए अपने पुत्र श्रेय सागर की शादी शुभांगी सिन्हा पुत्री प्रिमांशू कुमार सिन्हा निवासी सेक्टर 75 नोएडा यूपी के साथ कराई थी। नवविवाहित दंपति को हनीमून मनाने के लिए थाईलैंड भेजा।
पोता-पोती मांगने पर बहू करती है झगड़ा
सागर की पत्नी शुभांगी भी नोएडा में जॉब करती हैं। दंपति का कहना है कि, मुझे सिर्फ एक पोता या पोती चाहिए। महिला ने आरोप लगाया कि जब उसने अपने पुत्र व पुत्रवधू से एक पौत्र या पौत्री के जन्म के लिए आग्रह करने पर पुत्रवधू रोजाना झगड़ा करने लगी। संजीव प्रसाद का कहना है कि, मैंने अपने बेटे को अपना सारा पैसा दे दिया, उसे अमेरिका में ट्रेनिंग दिलवाई। मेरे पास अब पैसे नहीं हैं। हमने घर बनाने के लिए बैंक से कर्ज लिया है। हम आर्थिक और व्यक्तिगत रूप से परेशान हैं। हमने अपनी याचिका में मेरे बेटे और बहू दोनों से 2.5-2.5 करोड़ रुपये की मांग की है।