सुकमा: जिले के कोंटा ब्लॉक में बाढ़ का पानी उतर गया हैं और जाते-जाते तबाही का मंजर छोड़ गया हैं । करीब 36 साल बाद कोंटा में भीषण बाढ़ के हालात थे आलम यह था कि नगरपंचायत कोंटा के 15 वार्डो में से 12 वार्ड जलमग्न थे और मकान के मकान बाढ़ के पानी मे पूरी तरह डूब गए थे । सैकड़ो मकान टूट गए हैं जैसे-जैसे बाढ़ का पानी उतरा लोग अपने घर को देखने गए और वहाँ पहुँचकर जब देखा उनके मकान टूट चुके हैं तो पल भर में वो मायूस और दुखी हो गए क्योंकि उनके सपनों का आशियाना टूट चुका था ।
अधिकांश लोगों के घर टूट गए हैं । बाढ़ के दौरान एनएच 30 पर 15 फ़ीट से भी ज्यादा पानी आ गया था । लेकिन अब बाढ़ का पानी उतर गया हैं करीब 8 दिन तक एनएच 30 बाधित होने के बाद आज यह बहाल हो गया हैं । वही कलेक्टर हरीश एस ने वार्ड वाइज अधिकारियों की ड्यूटी लगाई हैं और स्वयं इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। सीईओ देव नारायण कश्यप सहित 15 जिला स्तरीय अधिकारी कोंटा में तैनात किए गए हैं । साथ ही तीन अतिरिक्त तहसीलदारों की ड्यूटी कोंटा में लगाई गई हैं ।
प्रसाशन द्वारा बाढ़ के बाद फैली गंदगी की सफाई कराई जा रही हैं साथ ही ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराया जा रहा हैं ताकि कोई बीमारी न फैले । साथ ही जगह-जगह मेडिकल कैम्प भी लगाए गए हैं । वही वार्डो में मौजूद सभी हैंडपंप के संधारण का कार्य किया जा रहा है।
इसके साथ ही हैंडपंप में क्लोरिनेशन कार्य किया जा रहा ताकि साफ शुद्ध पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित हो। वही जिला प्रसाशन द्वारा राहत शिविर अभी भी संचालित किए जा रहे हैं जहां लोगों को भोजन व रहने की व्यवस्था हैं। साथ ही प्रसाशन ने सर्वे का कार्य भी तेजी से शुरू कर दिया गया हैं । इसके लिए कलेक्टर हरीश एस ने अधिकारियों की ड्यूटी लगाई हैं ।
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