महासमुंद: Farmer Commits suicide छत्तीसगढ़ के महासमुंद में एक किसान ने अपने खेत में फांसी लगाकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. किसान की आत्महत्या के पीछे कर्ज के बोझ और फसल की क्षति से परेशान होने की बात सामने आ रही है. किसान की आत्महत्या मामले को लपकते हुए प्रदेश भाजपा ने पांच सदस्यीय जांच दल का गठन किया है. विधायक ननकी राम कंवर की अध्यक्षता में टीम गांव का दौरा करेगी.
किसान ने कब की खुदुकशी
Farmer Commits suicide गुरुवार को तेंदुकोना पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत छुइया निवासी कन्हैया लाल सिन्हा का शव उसके खेत में एक पेड़ से लटका मिला. किसान के शव के पास एक सुसाइड नोट भी मिला है. जिसमें कर्ज और फसल की क्षति से परेशान होना लिखा गया है.
Farmer Commits suicide सुसाइड नोट की हो रही जांच
Farmer Commits suicide अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश राव गिरिपुंजे ने बताया कि किसान का शव गांव में उसके खेत में एक पेड़ से लटका हुआ मिला. कथित तौर पर मृत किसान के लिखे सुसाइड नोट की जांच की जा रही है. दुर्घटनावश मौत की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है और जांच जारी है.
निजी बैंक से लिया था कर्ज
Farmer Commits suicide किसान की खुदकुशी की बात सामने आने के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया है. जिला प्रशासन के अधिकारी ने दलील दी है कि मृतक के पास 4.5 एकड़ जमीन थी, जबकि उसके बेटे के पास 1.5 एकड़ जमीन थी, जिस पर खेती की जाती है. साल 2022-2023 के खरीफ सीजन में, मृतक ने सहकारी समिति में 64 क्विंटल और पिछले सीजन 2021-2022 में 50 क्विंटल धान बेचा था. राजीव गांधी किसान न्याय योजना का लाभ भी उठाया था. अधिकारी ने बताया कि किसान ने एक निजी बैंक से लोन लिया था जिसकी जांच की जा रही है.
भाजपा ने बनाई जांच समिति
Farmer Commits suicide इस बीच विपक्षी भारतीय जनता पार्टी ने मामले की जांच के लिए पार्टी विधायक ननकी राम कंवर की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय टीम का गठन किया है. टीम में महासमुंद सांसद चुन्नीलाल साहू, प्रदेश किसान मोर्चा के अध्यक्ष पवन साहू भाजपा प्रदेश प्रवक्ता संदीप शर्मा और भाजपा महासमुंद जिला अध्यक्ष कुमारी चौधरी को कमेटी का सदस्य बनाया गया है. जल्द ही यह कमेटी छुइहा जाकर किसान कन्हैया चंद्राकर की आत्महत्या के कारण का पता लगाएगी.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कांग्रेस पर बोला हमला
Farmer Commits suicide भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने खल्लारी छुइहा के किसान की आत्महत्या के मामले में कांग्रेस सरकार को घेरा है. उन्होंने कहा कि एक बार फिर प्रदेश की कांग्रेस सरकार का घोर किसान विरोधी चरित्र बेनकाब हो गया है. सरकार की पिछले विधानसभा चुनाव में की गई घोषणाओं को पूरा नहीं करने के कारण प्रदेश के किसान हलाकान हो चले हैं और हताश होकर आत्महत्या के लिए विवश हो रहे हैं. साव ने मृतक किसान के परिवार को तत्काल 50 लाख रुपए का मुआवजा देने की मांग की.
भूपेश सरकार से मांगा इस्तीफा
Farmer Commits suicide भाजपा प्रदेश अध्यक्ष साव ने कहा कि मृतक किसान की जेब से मिले सुसाइड नोट से किसानों की कर्जमाफी के सरकारी दावों की पोल खुल गई है. आत्महत्या से पहले मृत किसान ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने वादे के बावजूद उसका कर्ज माफ नहीं किया, मृत किसान का ऐक्सिस बैंक में ऋण खाता है. कन्हैया एक तो कर्ज न चुका पाने के कारण परेशान था, वहीं लो-वोल्टेज के चलते उसकी चार एकड़ की रबी फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई थी. कन्हैया का कोई और विकल्प नहीं होने की बात कहकर आत्महत्या करना प्रदेश के लिए एक कलंकपूर्ण व दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. प्रदेश की भूपेश सरकार जिस तरह किसानों के नाम पर लगातार झूठ बोलती आ रही है, उसके मुंह पर कन्हैया की आत्महत्या एक करारा तमाचा है. ऐसी किसान विरोधी झूठी सरकार को एक क्षण भी सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है.
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