father killed his own daughter उत्तर प्रदेश के कासगंज में एक पिता अपनी बेटी का हत्यारा बन गया. एक सरकारी कॉलेज के टीचर ने अपनी बेटी की गोली मारकर हत्या कर दी. बाद में उसने भी आत्महत्या कर ली. बेटी के लव मैरिज करने की जिद में पिता ने ये कदम उठाया. मैनपुरी जिले के रहने वाले नरेंद्र सिंह यादव कासगंज के नगरिया में शेरवानी इंटर कॉलेज में पढ़ाते थे. वह शहर के सदर कोतवाली इलाके स्थित आवास विकास कॉलोनी में रहते थे.
पिता को पसंद नहीं थी बेटी की बातें
father killed his own daughter घर में नरेंद्र यादव के अलावा उनकी पत्नी शशि यादव, बेटी जूही यादव और एक बेटा रहते थे. नरेंद्र यादव की बेटी जिले के ही मिर्जापुर प्राइमरी स्कूल में पढ़ाती थी. जूही अपनी पसंद के लड़के से शादी करना चाहती थी. उसकी ये बात पिता को पसंद नहीं थी. उन्होंने उसे काफी समझाया, लेकिन वह जिद पर अड़ी रही.
जूही ने पिता को जवाब देते हुए कहा कि मैं पढ़ी लिखी हूं, मैं निर्णय स्वयं लूंगी, क्योंकि अपने पैरों पर खड़ी हूं. जूही की ये बात सुनकर पिता नरेंद्र गुस्से में आ गए. उन्होंने लाइसेंसी राइफल निकाली और फायद कर दी. जूही ने बचने के लिए राइफल की नाल पर हाथ लगाया. मगर गोली उसके सीने में लग गई. वह बेहोश होकर गिर पड़ी.
बाद में नरेंद्र ने भी खुद को राइफल की नाल को लगे पर सटाकर ट्रिगर दबा दिया और जमीन पर गिर पड़ी. पति और बेटी की हालत देख महिला शशि ने चिल्लाया तो आसपास के लोग इकट्ठा हो गए और उनके घर पहुंच गए. पिता-पुत्री को अस्पताल ले जाया गया. डॉक्टर ने दोनों को मृत घोषिक कर दिया.
घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पुलिस के अधिकारी पहुंचे. पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज गिया. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. नरेंद्र यादव की पत्नी शशि ने बताया कि पारिवारिक विवाद को लेकर नरेंद्र यादव की उनकी बेटी जूही से मारपीट हो गई थी. बात बढ़ने के बाद नरेंद्र गुस्से में आ गए और राइफल से जूही को गोली मार दी और फिर खुद को गोली मार दी.