देहरादून: Govt Fired samvida Employee कोरोनाकाल में प्रदेश के अस्पतालों में रखे गए 1600 कर्मचारियों की सेवाएं बुधवार को खत्म हो गई। कर्मचारियों ने विरोध एवं उनकी सेवा विस्तारित करने की मांग पर आंदोलन शुरू कर दिया है। दून अस्पताल समेत कई अन्य अस्पतालों में कर्मचारियों ने आखिरी दिन कार्य बहिष्कार किया। वहीं, गुरुवार से कर्मी जहां-जहां तैनात थे, उन्हीं अस्पतालों के बाहर धरना देंगे।
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Govt Fired samvida Employee दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सबसे ज्यादा दिक्कत लैब एवं वार्डों में हुई। यहां पर आउटसोर्स एजेंसी को अपने कर्मचारी बुलाने पड़े, वहीं वार्डों में एक-एक नियमित वार्ड ब्वॉय ही रह गए। जिन पर कार्य का बोझ बढ़ गया है। वहीं इमरजेंसी, प्रशासनिक अनुभाग, पीआरओ सेल, फार्मेसी समेत अन्य विभागों में दिक्कतें झेलनी पड़ी।
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Govt Fired samvida Employee स्टेट फ्रंटलाइन हेल्थ केयर वर्कर यूनियन अध्यक्ष संजय कोरंगा ने कहा कि गुरुवार से प्रदेशभर में कर्मचारी अस्पतालों के बाद आंदोलन करेंगे। जब तक उनकी सेवा विस्तारित नहीं की जाती, आंदोलन चलता रहेगा। उधर, पुरानी बिल्डिंग में पानी की टंकी के नीचे एकत्र होकर कर्मचारियों ने आगामी रणनीति बनाई। इस दौरान यश वर्धन, आशा, मुकेश शर्मा, अंकिता, हिमांशु, चमन, मिथिलेश बलूनी, सौरभ, मनीषा, आकांक्षा, अंश तोमर, राम निवास आदि मौजूद रहे।
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Govt Fired samvida Employee प्राचार्य की बात नहीं सुनने पर आक्रोश
जिन कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त हुई है, उन कर्मचारियों ने सर्जरी विभाग में प्रयोगात्मक परीक्षा लेने पहुंचे प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना से अपनी बात रखनी चाही। आरोप है कि प्राचार्य ने सही से बात नहीं की और चलते-चलते ही उनका सेवा विस्तार खत्म होने एवं कल से नहीं आने की बात कहकर चले गए। अध्यक्ष संजय कोरंगा ने कहा कि प्राचार्य उनके अभिभावक की तरह हैं, प्राचार्य, निदेशक होने के नाते उन्हें उनकी बात सुननी चाहिए थी। इस तरह के व्यवहार से कर्मचारी आहत हैं। उधर, प्राचार्य का कहना है कि सब एक परिवार के सदस्य हैं।
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उपनल महासंघ का समर्थन
Govt Fired samvida Employee उपनल कर्मचारी महासंघ के जिलाध्यक्ष गणेश गोदियाल की ओर से एमएस को एक चिट्ठी लिखी गई है। जिसमें उन्होंने कर्मचारियों की सेवा विस्तारित करने की मांग की है। कहा कि कर्मचारियों के हटने से अस्पताल में सेवाएं प्रभावित होगी। उन्होंने जल्द इन्हें बहाल नहीं करने पर धरने की चेतावनी दी है। उधर, नर्सिंग स्टाफ का भी रिन्युअल नहीं होने से उनमें भी आक्रोश है, वह भी जल्द आंदोलन में शामिल हो सकते हैं।
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बदली व्यवस्था, लैब एजेंसी संभालेगी
Govt Fired samvida Employee डिप्टी एमएस डॉ. धनंजय डोभाल ने कहा कि कर्मचारियों के हटने से दिक्कत होना स्वभाविक है। अब कर्मचारियों को थोड़ा ज्यादा काम करना पड़ेगा। वार्ड ब्वॉयों के लिए यह व्यवस्था की है कि वह दस से पंद्रह दिन का इंडेन वार्ड से बनवाएंगे और इंडेन मुख्य स्टोर एवं दवा स्टोर में उपलब्ध करा देंगे। वहां से सामान भिजवा दिया जाएगा, उन्हें इंतजार नहीं करना पड़ेगा। वहीं लैब के कार्य के संबंध में एजेंसी से बात हो गई है। वह स्थिति को संभाल लेंगे।