नई दिल्ली: Gutkha side effects कहते हैं एक मां जो खाती है उसका असर पेट में पल रहे बच्चे पर होता है। डॉक्टर गर्भवती महिलाओं को तंबाकू, शराब के सेवन से दूर रहने की सलाह देते हैं। लेकिन गुजरात (Gujarat) में रहने वाली प्रेग्नेंट महिला ने पूरी प्रेग्नेंसी में गुटखे का सेवन किया और इसका असर नवजात बच्चे पर देखने को मिला। बच्चा जैसे ही मां के गर्भ से बाहर निकला उसका पूरा शरीर नीला पड़ा हुआ था। उसमें सामान्य प्रतिक्रिया देखने को नहीं मिल रही थी।
Gutkha side effects 15 साल से गुटखा खाने की महिला को लगी थी लत
Gutkha side effects मेडिकल जांच में पाया गया कि बच्चे के शरीर में काफी ज्यादा निकोटीन की मात्रा थी। जिसकी वजह से इस तरह के लक्षण नजर आ रहे थे। दरअसल, नवजात के मां को तंबाकू खाने की बुरी लत थी। वह दिन में 10-15 पाउच तंबाकू-गुटखा खा लेती थी। जिसके ब्लड फ्लो से गर्भ में पल रहे शिशु में निकोटीन का लेवल हाई हो गया। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो नवजात में निकोटीन लेवल 60 ng/ml था। हैरानी होगी यह जानकर कि यह वयस्कों में निकोटीन के सामान्य लेवल से 3 हजार गुना ज्यादा है। समझ सकते हैं कि ये सेहत के लिए किस कदर नुकसानदायक होगा। हालांकि डॉक्टर ने बच्चे को बचा लिया। सही इलाज मिलने से बच्चे के सेहत में सुधार देखा गया। जिसके बाद डॉक्टर ने 5 दिन में उसे डिस्चार्ज कर दिया।
प्रेंग्नेंसी में तंबाकू का सेवन नुकसानदायक
Gutkha side effects बताया जा रहा है कि महिला जब 15 साल की थी तब से उसको गुटखा खाने की आदत लग गई थी। हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि प्रेग्नेंसी पीरियड में खानपान को लेकर महिला को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। तंबाकू का सेवन करने वाली महिलाओं को गर्भवती होने में समस्या होती है। पेट में पल रहे बच्चे के टीशूज में क्षति हो सकती है।फेफड़े और मस्तिष्क पर इसका दुष्प्रभाव देखने को मिलता है। इतना ही नहीं गर्भपात होने की जोखिम बढ़ जाता है। CDC के अनुसार, गर्भवती होने पर धूम्रपान करने से जन्म के समय शिशु का कम वज़न, सांस लेने में समस्या और मस्तिष्क क्षति हो सकती है। बच्चे के सुनने और दृष्टि के विकास में भी देरी हो सकती। गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था और प्रसव के दौरान असामान्य रक्तस्राव का जोखिम होता है।