Horror Station : भारत में करोड़ों रेल यात्री रोजाना रेल से सफर करते हैं। सभी रेलवे स्टेश्नों की अपनी अलग कहानी होती है। बता दे कि देश के कुछ रेलवे स्टेशन बेहद शानदार हैं, जिनकी गिनती वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशनों में होती है। वहीं कुछ रेलवे स्टेशन ऐसे भी है, जिनके लिए डरावना शब्द भी कम पड़ जाएगा। दरअसल, ये भूतिया रेलवे स्टेशन के तौर पर मशहूर हैं। यहां जाने की बात छोड़िये इनके नजदीक से निकलने में भी लोगों को डर लगता है।
Horror Station : वैसे तो भूत-प्रेत या आत्माएं वास्तव में है या नहीं, इस बारे में कहना मुश्किल है। कुछ लोग इन बातों में यकीन रखते हैं, तो कुछ इसे अंधविश्वास बताते हुए इन्हें मानने से इनकार करते हैं। हालांकि कुछ चीजें या घटनाएं ऐसी हैं, जिनका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। दरअसल हम सभी ने भूतिया बंगले, सड़क, हवेली, जंगल के बारे में तो जरुर सुना है, लेकिन देश के कुछ ऐसे रेलवे स्टेशनों के बारे में बताएंगे जिन्हें हॉन्टेड करार दिया गया है।
बेगुनकोदर रेलवे स्टेशन
पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में स्थित बेगुनकोदर रेलवे स्टेशन की अपनी अलग कहानी है। इस स्टेशन की गिनती सबसे डरावने रेलवे स्टेशनों में होती थी। इसके बारे में कहा जाता है, कि यहां आने वाले मुसाफिरों ने सफेद साड़ी वाली महिला के भूत को देखा है। इसके अलावा इस रेलवे स्टेशन से जुड़ी और भी कई डरावनी कहानियां हैं। स्टेशन से जुड़े इन्हीं भूतिया दावों की वजह से इसे 42 सालों तक बंद रखा गया। हालांकि, इसे साल 2009 में एक बार फिर खोल दिया गया।
बड़ोग रेलवे स्टेशन
हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में स्थित बड़ोग रेलवे स्टेशन भी देश के सबसे डरावने रेलवे स्टेशनों में शुमार है। कालका-शिमला रेल रूट पर आने वाला ये छोटा-सा रेलवे स्टेशन देखने में जितना खूबसूरत है, उतना ही डरावना और भूतिया है। इसके नजदीक एक सुरंग है, जिसे बड़ोग सुरंग कहा जाता है। दरअसल, इस सुरंग का निर्माण एक ब्रिटिश इंजीनियर कर्नल बड़ोग ने कराया था। बाद में उन्होंने सुसाइड कर ली थी, यहां काम कर चुके लोगों का कहना था कि सुरंग में कर्नल बड़ोग की आत्मा घूमती है।
चित्तूर रेलवे स्टेशन
देश के सबसे डरावने रेलवे स्टेशनों की लिस्ट में आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित चित्तूर रेलवे स्टेशन का नाम भी शामिल है। स्टेशन के आस-पास रहने वाले लोगों का कहना है, कि एक बार इस स्टेशन पर सीआरपीएफ का जवान हरी सिंह ट्रेन से उतरा था। ट्रेन से उतरने के बाद उसे एक आरपीएफ के जवान और TTE ने मिलकर इतना मारा कि उसकी मौत हो गई थी। उसके बाद इस स्टेशन के आस-पास रहने वालों ने यहां कई अजीब से घटनाक्रम महसूस किए। उनका कहना था कि CRPF जवान की आत्मा इंसाफ के लिए यहां भटकती है।
नैनी रेलवे स्टेशन
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले के करीब बनी नैनी जेल में अंग्रेजों ने कई हिंदुस्तानियों को प्रताड़ित किया था, जिससे उनकी मौत हो गई थी। नैनी का रेलवे स्टेशन इस जेल से कुछ ही दूरी पर स्थित है, हालांकि यहां कोई अप्रिय घटना तो नहीं घटी, लेकिन फिर भी लोगों ने इसके बारे में अजीब सी धारणा बना रखी है। कुछ लोगों का कहना है कि कुछ आत्माएं स्टेशन के आस पास भटकती रहती हैं और रात के समय यहां रोने चीखने की आवाजें सुनाई देती हैं, मानों किसी को प्रताड़ित किया जा रहा हो।