Hotel Babylon Murder Mystery : रायपुर के होटल बेबीलान में मिली वाणी गोयल युवती की हत्या मामले में होटल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही और मनमानी सामने आई है। परिजनों के साथ साथ पुलिस का कहना है की होटल प्रबंधन और संचालकों ने बार बार गुहार लगाने के बाद भी वाणी के होटल में रुकने,विशाल के होटल से जाने की सूचना नहीं दी, पुलिस को भी फर्जी बता कर अपमानित किया और वापस भेज दिया। अगर होटल प्रबंधन सही समय पर जानकारी देता तो शायद वाणी और विशाल की जान बच जाती। कम के कम विशाल को मरने के पहले बचाया और पकड़ा जा सकता था।
यहां पढ़े पूरा मामला-
Hotel Babylon Murder Mystery :मृतक वाणी गोयल युवती की तलाश के लिए उनके परिजन रात 9 बजे ही होटल बेबीलान पहुंचे थे। उन्होने होटल प्रबंधन से होटल में रूके लोगों समेत वाणी का नाम बताते हुए एंट्री चेक करने की गुहार लगाई लेकिन होटल प्रबंधन ने उन्हे साफ मना कर दिया और होटल से जाने कहा दिया। होटल प्रबंधऩ ने कई बार पुलिस के क्राइम ब्रांच के जवानों और अधिकारियों को अपमान किया और सही जानकारी नहीं दी वर्ना शायद वाणी की जान बच सकती थी। साथ ही उसके दोस्त विशाल गर्ग को आत्महत्या के पहले ही बचाया जा सकता था। लेकिन होटल प्रबंधन, मैनेजर और मालिक से सहयोग नहीं मिला जिसके कारण
कार्रवाई में देर हुई..नहीं तो बच सकती थी विशाल की जान
वाणी के लापता होने की एफआईआर सरस्वती नगर थाने में दर्ज थी। लिहाजा 9 बजे होटल बेबीलान से निराश होने के बाद लगभग 11 बजे फिर एक बार परिजन वाणी को तलाशते हुए दोबारा क्राइम ब्रांच के जवानों के साथ होटल बेबीलान होटल पहुंचे। यहां पुलिस के जवानों ने होटल प्रबंधऩ को परिचय देते हुए होटल में वाणी के रुकने और एंट्री रजिस्ट की जानकारी मांगी इस पर होटल प्रबंधन ने पुलिस को ही फर्जी बता दिया और कहा की क्या सबूत है की वो पुलिस है,कोई भी खुद को मां-बाप या परिजन बता कर या सिविल ड्रेस में पुलिस बताएगा तो जानकारी क्यो दी जाएगी। ऐसा कहकर होटल प्रबंधन ने जवानों को जानकारी देने से मना कर दिया। इसके बाद जवानों ने थाना के उच्चाधिकारियों को इसकी जानकारी दी जिसके मौके पर वर्दी में सब इंस्पेक्टर को भेजा गया जिसे होटल प्रबंधन ने लौटा दिया।
वर्दी वाले अधिकारी को भी बताया फर्जी
Hotel Babylon Murder Mystery : क्राइम ब्रांच के जवानों के बाद सरस्वती नगर से सब इंस्पेक्टर वर्दी में होटल पहुंचे लेकिन प्रबंधन ने कोई भी जानकारी देन से मना कर दिया। जिसके बाद होटल बेबीलान के जीएम से सब इंस्पेक्टर ने वीडियो काल में बात की…जीएम ने सब इंस्पेक्टर का अपमान करते हुए कहा की कोई भी वर्दी पहनकर आएगा तो क्या वो पुलिस वाला होगा…यह कर कर जीएम ने फोन काट दिया और जानकारी देने से मना कर दिया।
पटरी पर लड़के की लाश मिली, तब एसएसपी के कहने पर दो घँटे बाद दरवाजा खोला
रात लगभग 4 बजे जीआरपी को ऊरकुरा के पास विशाल की बॉडी मिली। सुचना मिलने पर सरस्वती नगर थाना पुलिस ने उसकी शिनाख्त कराई। जिसके बाद फिर एक पुलिस गंज थाना स्टाफ, सायबर सेल और क्राइम ब्रांच के लोग होटल पहुंची जहां फिर सुबह 4 बजे 6 बजे तक होटल प्रबंधन ने पुलिस के साथ बहस की और वाणी के बारे में जानकारी नहीं दी और उनके कमरे का दरवाजा नहीं खोला। इसकी जानकारी पुलिस के उच्चाधिकारियों को दी गई। अधिकारी ने होटल के मालिक से बात की जिसके बाद होटल के कमरा नंबर 416 खोला गया और वाणी का शव बरामद किया।
Hotel Babylon Murder Mystery : बच सकती थी दोनों की जान
परिजन रात बजे खुद होटल गए थे। पुलिस 11 बजे और बजे होटल बेबीलान पहुंची थी। विशाल की बॉडी 4 बजे बरामद की गई। बताया जा रहा है की उसने लगभग 3 बजे ट्रेन के सामने कूद कर आत्महत्या की थी। ऐसे में अगर होटल प्रबंधन 9 बजे या 11 बजे ही परिजन और पुलिस को वाणी और विशाल की जानकारी दे देता तो पुलिस उसके मोबाइल नंबर और सीसीटीवी कैमरों की मदद से विशाल का लोकेशन ट्रेस कर लेती और ट्रेन में कूदने के पहले ही विशाल को पकड़ा या रोका जा सकता था। लेकिन होटल बेबीलान के प्रबंधन और संचालकों की मनमानी के कारण ऐसा नहीं हो सका।
विशाल शाम 6 बजे होटल से निकाला था,पोस्टमार्टम के अनुसार वाणी की मौत तड़प तड़प कर दम घुटने से हुई है। परिजनों का कहना है की अगर वाणी की सांसे चल रही होंगी और समय पर दरवाजा खुल जाता तो शायद उसकी जान बचाई जा सकती थी। लेकिन होटल प्रबंधन रात 9 बजे से सुबह के 6 बजा दिए….ऐसे में परिजन होटल संचालन पर कार्रवाई की भी मांग कर रहे हैं।