आईसीसी के नियमों के अनुसार, मनोहर दो साल के कार्यकाल के लिए रह सकते थे, क्योंकि अधिकतम तीन कार्यकाल की अनुमति है। अगले अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया को अगले सप्ताह के भीतर आईसीसी बोर्ड द्वारा अनुमोदित किए जाने की उम्मीद है।
ऐसी प्रबल संभावना है कि इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख कोलिन ग्रावेस (Colin Graves) उनकी जगह लेंगे। बता दें कि बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष मनोहर तीसरी बार दो साल का कार्यकाल विस्तार नहीं चाहते थे। हालांकि, हॉन्गकॉन्ग के इमरान ख्वाजा का नाम भी इस पद की दौड़ में था लेकिन समझा जाता है कि उन्हें पूर्णकालिक सदस्यों का समर्थन नहीं है।
सूत्रों का कहना है कि ग्रावेस को सभी प्रमुख टेस्ट देशों का समर्थन हासिल है। बता दें कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) विदर्भ के मनोहर को लेकर हमेशा ही पेशोपेश में रहा। दरअसल, उनका रवैया कइयों को भारतीय बोर्ड के खिलाफ लगता था।
दूसरी ओर, माना जा रहा है कि इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज ग्रावेस की दावेदारी के पक्ष में है। भारतीय बोर्ड से भी उनके अच्छे संबंध हैं हालांकि बीसीसीआई ने खुलकर उनकी दावेदारी का समर्थन नहीं किया है। समझा जाता है कि मनोहर की तुलना में ग्रावेस के साथ बीसीसीआई (BCCI) के संबंध अच्छे रहेंगे। मनोहर पर आरोप लगता रहा है कि एन. श्रीनिवासन के समय में उन्होंने भारतीय हितों की अनदेखी की।
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