न्यू जीलैंड में भारतीय टीम सफेद गेंद से आठ मैच खेलेगी और यह देखना दिलचस्प होगा कि चयनकर्ता 15 के बजाय 16 या 17 सदस्यीय टीम का चयन करेंगे या नहीं। भारत ए टीम का दौरा भी सीनियर टीम के दौरे के साथ ही हो रहा है तो चयनकर्ताओं के पास जरूरत पड़ने पर खिलाड़ियों को तुरंत शामिल करने का विकल्प होगा।
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इस साल ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी में टी20 वर्ल्ड कप खेला जाना है, इसे देखते हुए सिलेक्टरों का मुख्य ध्यान सफेद गेंद के क्रिकेट के लिए अहम खिलाड़ियों के चयन पर लगा होगा। श्रीलंका के खिलाफ हाल में समाप्त हुई सीरीज में खेलने वाली टी20 टीम के खिलाड़ियों का चयन तय ही है। पहले ही ए टीम के साथ न्यूजीलैंड पहुंच चुके पंड्या के दो वनडे अभ्यास मैचों के अलावा न्यू जीलैंड के खिलाफ लिस्ट ए के दो मैचों में फिटनेस साबित करने के बाद टीम में शामिल किए जाने की उम्मीद है।
भारत ए के तीन लिस्ट ए मैच 26 जनवरी को ही समाप्त होंगे और पीठ की सर्जरी से वापसी करने के बाद उन्हें 29 जनवरी को तीसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में शामिल किया जा सकता है। बीसीसीआई के सीनियर अधिकारी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा, ‘हार्दिक के बारे में, सिर्फ यही देखना है कि वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए पूरी तरह से फिट हैं या नहीं। वह भारत की विश्व टी20 योजना के लिए बहुत अहम हैं।’
यह देखना भी दिलचस्प होगा कि वनडे टीम और टी20 टीम एक सी होंगी या नहीं। वनडे टीम की सबसे कमजोर कड़ी केदार जाधव हैं जो दबाव के बावजूद 50 ओवर की टीम में अपना स्थान बरकरार रखे हैं। न्यू जीलैंड में जाधव की तकनीकी खामियां सामने आ सकती हैं और हाल के दिनों में ज्यादा ओवर नहीं खेलने को देखते हुए उन्हें टीम से बाहर किया जा सकता है।
अगर टीम तकनीकी मजबूती के पहलू को देखती है तो अजिंक्य रहाणे वापसी कर सकते हैं लेकिन अगर ऐसा नहीं है तो मुंबई के सूर्यकुमार यादव की आक्रमक बल्लेबाजी को देखते हुए पांचवें या छठे स्थान के विकल्प के रूप में देखा सकता है। सूर्य और संजू सैमसन दोनों ए टीम में शामिल हैं। टेस्ट टीम काफी संतुलित दिखती है जिसमें सिर्फ तीसरे सलामी बल्लेबाज के स्थान पर ही विचार किया जाना है।
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घरेलू सीरीज के लिए रिजर्व के तौर पर चुने गये युवा शुभमन गिल तीसरे सलामी बल्लेबाज के हकदार हैं लेकिन लोकेश राहुल की मौजूदा फॉर्म और टेस्ट क्रिकेट में उनके अनुभव पर विचार किया जा सकता है। चयनकर्ता इस पर भी विचार करेंगे कि जसप्रीत बुमराह, उमेश यादव, मोहम्मद शमी और इशांत शर्मा का साथ निभाने के लिए पांचवें तेज गेंदबाज (नवदीप सैनी) के बजाय तीसरा स्पिनर (कुलदीप यादव) दो मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए जरूरी होगा या नहीं। बाकी अन्य खिलाड़ियों को फिटनेस संबंधित कोई परेशानी नहीं है।