Independence Day 2024: 78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पूरे भारत में धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ समारोह आयोजित किए गए. हालांकि, सूरजपुर जिले के जमदेई गांव में स्वतंत्रता दिवस का उत्सव कुछ अलग ही अंदाज में मनाया गया. यहां के राझापारा प्राथमिक शाला में आयोजित प्रभात फेरी की तस्वीरें विकास कार्यों की कमी को उजागर करती हैं.
प्रशासनिक ढांचें की खामियों का खुलासा हुआ
Independence Day 2024: गांव में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर स्कूली बच्चों ने प्रभात फेरी निकाली. लेकिन, इस दौरान बच्चों को किचड़ भरी सड़क पर चलना पड़ा, जिससे प्रशासनिक ढांचें की खामियों का खुलासा हुआ. तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि बच्चे नंगे पांव किचड़ में चलते हुए तिरंगा लहराते और आजादी के नारे लगाते नजर आ रहे हैं. साथ ही, स्कूल के शिक्षक, उप सरपंच और ग्रामीण भी इस प्रभात फेरी में शामिल हुए.
10 बच्चे इसी सड़क से रोजाना आते हैं स्कूल
Independence Day 2024: स्कूल के शिक्षक हेमंत मानिकपुरी ने बताया कि राझापारा प्राथमिक शाला में पहुंचने के लिए कई रास्ते हैं, लेकिन खराब और कीचड़ युक्त सड़क ही मुख्य मार्ग है जिसका इस्तेमाल बच्चों को स्कूल आने-जाने में करना पड़ता है. उन्होंने कहा कि स्कूल में कुल 24 छात्र पढ़ते हैं, जिनमें से लगभग 10 बच्चे इसी किचड़ भरी सड़क से स्कूल आते हैं. स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रभात फेरी का आयोजन उप सरपंच और एस एन सी सदस्य के निर्देश पर किया गया था.
Independence Day 2024: खुली शासन-प्रशासन के दावों की पोल
इस घटना ने स्थानीय प्रशासन की ओर से किए गए विकास कार्यों की पोल खोल दी है और यह भी दर्शाया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे की कमी कितनी गंभीर हो सकती है.