इस बारे में इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुंदर रमन का मानना है कि टूर्नमेंट का रद्द होना बड़ा नुकसान पहुंचा सकता है। आर्थिक दृष्टि से विश्व क्रिकेट इसे बर्दाश्त नहीं कर सकता है। और में प्रमुख पदों पर काम कर चुके रमन ने बताया क्यों इस तरह के बड़े टूर्नमेंट के रद्द होना विश्व क्रिकेट नहीं झेल सकता है।
उन्होंने बताया, ‘इस तरह की लीग पूरे साल के रेवेन्यू का 40% हिस्सा लाते हैं। आईपीएल (कुल 8 टीमें हैं) में एक टीम 85 करोड़ रुपये प्लेयर्स को सैलरी देती है। अगर ऐसा नहीं होता है तो दुनियाभर के खिलाड़ी बड़े पैमाने पर प्रभावित होंगे। आईसीसी के लिए तीन से चार बोर्ड पैसे लाते हैं, जिनका बड़ा हिस्सा ब्रॉडकास्ट रेवेन्यू से आता है। इस वर्ष ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी में होने वाले टी-20 वर्ल्ड से 70% अधिक रेवेन्यू आईपीएल-2020 से आने की उम्मीद थी।’
दूसरी ओर, कोरोना वारयस की मौजूदा स्थिति पर नजर डालें तो दुनिया में अब तक संक्रमित होने वालों की संख्या 50 लाख से अधिक हो चुकी है, जबकि सवा 3 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। भारत की बात करें तो एक लाख से अधिक संक्रमित हुए हैं, जबकि 3 हजार से अधिक की मौत हो चुकी है।