कनाडा में रहने वाले हिंदू परिवारों का कहना है कि प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो खालिस्तान समर्थकों के गलत कामों पर कोई कार्रवाई नहीं करते हैं. क्यों नहीं करते? इस समय क्या है कनाडा का हाल? ट्रुडो के आरोपों पर लोगों का वहां क्या सोचना है? सबकुछ जानिए
खालिस्तानी आतंकवादी(Khalistan terrorist) हरदीप सिंह निज्जर(Hardeep Singh Nijjar) की हत्या के बाद से भारत(India) और कनाडा(Canada) के बीच तनाव(tension) जारी है. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो(Justin Trudeau) ने निज्जर की हत्या में भारत का हाथ होने का आरोप लगाया था. वे कई बार अपने इस दावे को दोहरा चुके हैं. उन्होंने ये भी कहा था कि वे इससे जुड़ी खुफिया जानकारियां भी भारत के साथ साझा कर चुके हैं.
भारत ने कनाडा के आरोपों को सिरे से खारिज किया है. इस बीच इंडिया टुडे से जुड़ीं अनीशा माथुर ने कनाडा में रहने वाले भारत के कई परिवारों से बातचीत की. कनाडा में रहने वाले हिंदुओं ने इस बारे में कहा कि केवल कुछ ही लोग हैं जो खालिस्तान की मांग करते है. लेकिन 100-200 लोगों को साथ लाना और हंगामा खड़ा करना कोई मुश्किल काम तो है नहीं. उन्होंने आगे कहा,
“जो चंद लोग खालिस्तान के समर्थक हैं, उनकी वजह से सभी लोग बदनाम हो रहे हैं.”
‘मंदिरों में तोड़फोड़ लेकिन कार्रवाई नहीं’
वहीं, लक्ष्मी नारायण मंदिर की प्रबंधन समिति के सदस्य पुरषोत्तम गोयल ने कहा कि जब प्रशासन हिंसा के खिलाफ कार्रवाई नहीं करता है तो लोगों को लगता है कि वे इन लोगों का समर्थन कर रहे हैं. ये वही मंदिर है जिसे पिछले महीने तोडा गया था. उन्होंने सवाल किया,
“यहां तोड़फोड़ हुई लेकिन उनके खिलाफ क्या कार्रवाई की गई? क्या किसी पर आरोप लगे? इसकी जानकारी तक नहीं मिली है.”