बताया गंदी और गरीब फिल्म
केआरके जो खुद को फिल्म क्रिटिक भी बताते हैं, अक्सर अपने ट्वीट्स को लेकर चर्चा में रहते हैं। केआरके ने ट्वीट किया है, क्या है ये कचरे का ढेर गुलाबो सिताबो? इतनी गरीब और गंदी दिखने वाली फिल्म 1965 में भी नहीं बनती होगी। ये है क्या ऐमजॉन ने 65 करोड़ गारबेज के दिए हैं क्या?
फिल्म को बताया बकवास
केआरके ने दूसरे ट्वीट में लिखा है, मैं यह बकवास 30 मिनट ही देखकर थक गया। मुझे पब्लिक को रिव्यू देने के लिए जबरदस्ती आखिरी तक देखनी पड़ रही है वर्ना मैं यह बकवास 1 मिनट भी न देखता।
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डायरेक्टर से पूछा- क्या दर्शकों की रूह निकालना चाहते थे
एक और ट्वीट में केआरके ने लिखा है, गुलाबो सिताबो देखने के बाद मैं डायरेक्टर साहब शूजित सरकार से पूछना चाहता हूं कि सर जी क्या करना चाह रहे थे आप! मंशा क्या थी? देखने वालों की रूह निकालना चाहते थे क्या सर। चलिए थिअटर्स में रिलीज न करने का शुक्रिया।
शूजित ने दिया मस्त जवाब
शूजित सरकार ने इस पर जवाब दिया है, सर आप मेरी हर फिल्म को इतना प्यार देते हैं कि मैं आपका टेक्स्ट पढ़कर गदगद हो जाता हूं। देखने के लिए शुक्रिया। अगली फिल्म में फिर से मिलेंगे यहीं पर।