देश में पहली बार भारत तिब्बत सीमा पुलिस ने अपनी महिला डॉक्टर्स को लद्दाख के फॉरवर्ड इलाकों में तैनात किया है। वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तनाव की स्थितियों को देखते हुए भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के अधिकारियों ने यहां पर डॉक्टर्स को तैनात किया है। इन सभी चिकित्सकों को यहां भेजने के लिए आईटीबीपी ने अपनी एसओपी में बदलाव भी किया है। माना जा रहा है कि देश भर से यहांपहुंच रहे जवानों को चिकित्सकीय मदद में कोई कमी ना हो, इसके लिए इस टीम को यहां भेजा गया है।
इन सभी डॉक्टरों को यहां पर जवानो की देखभाल करने और इन्हें पैरामेडिकल सपोर्ट देने के लिए यहां पर भेजा गया है। इन सभी को फॉरवर्ड इलाके के तमाम महत्वपूर्ण लोकेशंस पर पोस्ट किया गया है। अधिकारियों के अनुसार, लेह की फॉरवर्ड लोकेशंस पर फार्मासिस्ट और नर्सिंग असिस्टेंट्स को तैनाती दी गई है। इसके अलावा यहां पर पर्याप्त मात्रा में मेडिकल इक्यूपमेंट की सप्लाई भी कराई गई है, जिससे कि यहां पर किसी भी चीज की कमी ना पड़े।
महिला चिकित्सक को ही मिला है प्रभार
लेह में देश के तमाम हिस्सों से पहुंच रहे जवानों को एक सख्त मेडिकल प्रक्रिया से गुजरना पड़ रहा है। जिस स्थान पर ये टेस्ट कराए जा रहे हैं, वहां पर एक महिला चिकित्सक को ही सारे कामकाज की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके अलावा यहां पर कोरोना प्रोटोकॉल का भी खास ध्यान रखा जा रहा है।
जवानों को करानी होती है तीन तरह की जांच
इस बेसकैंप को हेड करने वाली डॉक्टर कात्यायनी शर्मा का कहना है कि हर जवान को बेस कैंप में आने के बाद तीन तरह के टेस्ट कराने होते हैं। इसके बाद इन्हें फाइनल क्लियरेंस दिया जाता है। कोरोना काल में तैनात हो रहे इन जवानों की सुरक्षा के लिए तमाम इंतजाम किए गए हैं। इसके अलावा इनके स्वास्थ्य की निगरानी के लिए भी चिकित्सकों के एक बड़े दल को तैनात किया गया है।