Defaulting Universities List: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यानी यूजीसी ने मध्यप्रदेश की डिफॉल्टर यूनिवर्सिटी की लिस्ट जारी कर दी है। इनमें मध्यप्रदेश में 27 यूनिवर्सिटी ऐसी हैं जिन्होंने कपाल की नियुक्ति नहीं की है। इस लिस्ट में माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय का नाम भी शामिल है।
10 सरकारी और 17 निजी यूनिवर्सिटी शामिल
आपको बता दें कि आरजीपीवी (RGPV), माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता यूनिवर्सिटी समेत प्रदेश के 27 सरकारी और प्राइवेट विश्वविद्यालयों को यूजीसी ने डिफॉल्टर घोषित किया है। डिफॉल्टर विश्वविद्यालय में 10 सरकारी और 17 निजी विश्वविद्यालय शामिल हैं। मध्यप्रदेश में 27 विश्वविद्यालय ने लोकपाल की नियुक्ति नहीं की।
Defaulting Universities List:
देशभर में 228 डिफॉल्टर यूनिवर्सिटी की लिस्ट जारी की गई है। पिछले दो महीने में दूसरी बार ऐसी लिस्ट जारी की गई है। यूजीसी के दिशा-निर्देश में सभी विश्वविद्यालयों में लोकपाल की नियुक्ति अनिवार्य की गई है।
यूनिवर्सिटी में लोकपाल क्या करते हैं?
लोकपाल की नियुक्ति न करने वाले विश्वविद्यालय को कई बार यूजीसी की तरफ से रिमाइंडर भी दिया गया था। लोकपाल वो होते हैं जो विश्वविद्यालय में छात्रों की शिकायत का हल निकालते हैं। इसके साथ-साथ लोकपाल छात्रों से जुड़े मामलों की सुनवाई भी करते हैं।
कौन-कौन सी सरकारी यूनिवर्सिटी का नाम शामिल?
Defaulting Universities List: मध्य प्रदेश की सरकारी डिफॉल्टर यूनिवर्सिटी के नामों में माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय, राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय, जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय, मध्य प्रदेश मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी, महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय, नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय, राजा मानसिंह तोमर संगीत विश्वविद्यालय, राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय शामिल है।