नई दिल्ली: Mahashivratri shubh muhurat 2023 हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि का काफी धार्मिक महत्व है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की आराधना की जाती है। महाशिवरात्रि फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है। इस दिन सुख-समृद्धि, सौभाग्य और विवाह के लिए भगवान शिव के लिए व्रत रखा जाता है और उनकी उपासना की जाती है। इस दिन जो इंसान भोलेनाथ की पूरे विधि-विधान से पूजा-अर्चना करते हैं। उन पर भगवान शिव अपनी विशेष कृपा बरसाते हैं।
Mahashivratri shubh muhurat 2023 महाशिवरात्रि का दुर्लभ संयोग
Mahashivratri shubh muhurat 2023 हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल महाशिवरात्रि पर दुर्लभ संयोग बन रहा है। इस साल महाशिवरात्रि के साथ प्रदोष व्रत भी है। इस बार प्रदोष व्रत शनिवार के दिन है, इसलिए इसे शनि प्रदोष व्रत भी कहा जाता है। शनि प्रदोष व्रत खासकर पुत्र प्राप्ति के लिए किया जाता है। ऐसे में इस दिन शिवरात्रि और प्रदोष व्रत साथ होने से पुत्र प्राप्ति के लिए दुर्लभ संयोग बन रहा है।
महाशिवरात्रि की तिथि
Mahashivratri shubh muhurat 2023 हिंदू कैलेंडर के अनुसार, महाशिवरात्रि फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है। ऐसे में इस बार यह तिथि 18 फरवरी 2023 के दिन शनिवार को पड़ रही है। संयोग से इस दिन प्रदोष व्रत भी पड़ रहा है।
महाशिवरात्रि का मुहूर्त
Mahashivratri shubh muhurat 2023 इस बार चतुर्दशी तिथि शनिवार रात 8 बजकर 2 मिनट से लेकर अगले दिन यानी कि 19 फरवरी रविवार शाम 4 बजकर 18 मिनट तक रहेगी। वहीं, निशिता काल में पूजा का शुभ मुहूर्त रात 12 बजकर 9 मिनट से लेकर देर रात 1 बजे तक रहेगा। वहीं, जो भक्त 18 फरवरी को व्रत रखेंगे, वह अगले 19 फरवरी को व्रत का पारण रख सकते हैं। पारण का शुभ समय 19 फरवरी को सुबह 6 बजकर 59 मिनट से लेकर दोपहर 3 बजकर 24 मिनट तक रहेगा।