मां की दुआ लाई रंग, पिता ने ऑटो चलाकर बेटे का सपना किया पूरा, बिहार के मुकेश कुमार ने ऐसे तय किया टीम इंडिया का सफर…

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Mukesh Kumar Struggle Story : त्रिनादाद में वेस्टइंडीज और भारत (WI vs IND 2nd Test) के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में तेज गेंदबाज मुकेश कुमार (Mukesh Kumar) को डेब्यू का मौका मिला. इस युवा तेज गेंदबाज ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में शानदार गेंदबाजी का लोहा मनवाया है. वहीं आईपीएल 2023 के 16वें सीजन में दिल्ली कैपिटल्स गेंदबाजी करते हुए सबका ध्यान अपनी  खींचने में सफल रहे.

Mukesh Kumar Struggle Storyवहीं अब अपनी काबिलियत के दम पर टीम इंडिया में जगह बना ली हैं. इस खिलाड़ी ने अपने सपने को पूरा करने के लिए कभी अपनी मजबूरियों को क्रिकेट आड़े नहीं आने दिया. चलिए इस रिपोर्ट में बिहार के छोटे से गांव से आने वाले मुकेश कुमार के संघर्षी क्रिकेट जर्नी के बारे में जानते हैं.

ऑटो ड्राइवर के बेटे Mukesh Kumar का सफर

Mukesh Kumar Struggle Story मुकेश कुमार (Mukesh Kumar) बिहार के गोपालगंज के रहने वाले हैं. वह मीडिल क्लास फैमली से आते हैं उनके पिता काशीनाथ सिंह एक ऑट्रो ड्राइवर थे. जिनका निधन पिछले साल हो गया था. मुकेश की उनकी मां गृहणी है. घर के आर्थिक हालाक ज्यादा अच्छे नहीं थे. उसके वाबजूद भी मुकेश ने क्रिकेटर बनने का सपना देखा. हालांकि इससे पहले वह सेना की तैयारी कर चुके हैं. लेकिन फिजिकल टेस्ट क्लियर नहीं कर पाए.

"मेरे पिता ने मुझे...", टीम इंडिया में मौका मिलने पर फूट-फूट कर रोए Mukesh Kumar, ऑटो ड्राइवर पिता को दिया श्रेय

2015 में घरेलू क्रिकेट में किया डेब्यू

Mukesh Kumar Struggle Story मुकेश साल 2012 में कोलकाता चले आए और उन्होंने खेलना जारी रखा. उनकी लगन और कड़ी मेहनत के बाद उन्हें साल 2015 में कोलकाता की घरेलू क्रिकेट में डेब्यू करने का मौका मिला. इस दौरान इंडिया ए के में उनका सिलेक्सन हुआ. इसके बाद 2016 में टी20 क्रिकेट में डेब्यू करने का मौका मिला. जिसके बाद मुकेश ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.

Mukesh Kumar Struggle Story

Mukesh Kumar Struggle Story जिसके बाद पहली बार मुकेश को दिसंबर मे साल 2022 में टीम इंडिया की ओर से उन्हें साउथ अफ्रीका के खिलाफ 3 वनडे मैचों की सीरीज के लिए चुना गया. इसी साल जून में श्रीलंका के खिलाफ टी20 सीरीज में चुना गया और अब आखिरकार वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट में डेब्यू कैप मिल ही गई.

मुकेश कुमार ने मेहनत से बदली अपनी किस्मत

Mukesh Kumar Struggle Story

Mukesh Kumar Struggle Story मुकेश कुमार (Mukesh Kumar) पिता के निधन के बाद अंदर से काफी टूट गए थे, लेकिन उन्होंने इस मुश्किल घड़ी में अपने क्रिकेट को प्रभावित नहीं होने दिया और अपने खेल को जारी रखा. यही एक अच्छे क्रिकेटर की निशानी होती है. उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से टीम इंडिया तक का सफर पूरा किया. जो अपने आप में काबिले ए तारीफ है.

Mukesh Kumar Struggle Story बता दें कि इसी साल अगस्त में उनका चयन इंडिया ए टीम के लिए हुआ था, अभी वह ईरानी कप में रेस्ट ऑफ इंडिया के खेले. इस दौरान उन्होंने अच्छी छाप छोड़ी. बता दें कि मुकेश ने अभी तक 33 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं जबकि लिस्ट ए मैच 24 मैच खले हैं. क्रमानुसार 126 और 26 विकेट लिए हैं.वह टी20 में 17 मैच में 19 विकेट ले चुके हैं. मुकेश 6 बार 5 विकेट लेने का कारनामा कर चुके हैं.

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