सूरत: Nilesh Kumbhani nomination rejected यहां हाई वोल्टेज सियासी ड्रामा देखा जा रहा है। सूरत लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार निलेश कुम्भानी का नामांकन फॉर्म रद्द कर दिया है। बताया जाता है कि निलेश कुम्भानी चुनाव अधिकारी के समक्ष अपने तीनों प्रस्तावकों को नहीं पेश कर पाए। बता दें कि उनके तीनों प्रस्तावक उनके खिलाफ थे। तीनों ने जिला निर्वाचन अधिकारी को हलफनामा देकर कहा था कि उन्होंने नामांकन पत्र पर दस्तखत नहीं किए थे। इसके बाद सूरत लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार नीलेश कुम्भणी का नामांकन खारिज कर दिया गया।
Nilesh Kumbhani nomination rejected सूरत लोकसभा सीट से ही कांग्रेस के वैकल्पिक उम्मीदवार सुरेश पडसाला का नामांकन पत्र भी अवैध घोषित कर दिया गया है। इससे सूरत लोकसभा सीट पर कांग्रेस चुनावी मुकाबले से बाहर हो गई है। निर्वाचन अधिकारी सौरभ पारधी ने निलेश कुम्भानी का नामांकन फॉर्म रद्द कर दिया। उन्होंने अपने आदेश में कहा कि नीलेश कुम्भणी और सुरेश पडसाला की ओर से सौंपे गए तीन नामांकन पत्रों को प्रस्तावकों के हस्ताक्षरों में विसंगतियां पाई गईं। हस्ताक्षर असली नहीं हैं। इससे उनका पर्चा खारिज कर दिया गया है।
Nilesh Kumbhani nomination rejected
Nilesh Kumbhani nomination rejected निर्वाचन अधिकारी की ओर से जारी आदेश में यह भी कहा गया है कि प्रस्तावकों का कहना है कि फॉर्म पर हस्ताक्षर उनके नहीं हैं। इसको लेकर प्रस्तावकों बाकायदा हलफनामा दिया है। इस घटनाक्रम की पुष्टि करते हुए कांग्रेस के वकील बाबू मंगुकिया ने कहा कि नीलेश कुम्भणी और सुरेश पडसाला के नामांकन खारिज कर दिए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इसको लेकर अब हाईकोर्ट का रुख किया जाएगा। यदि जरूरत पड़ी तो कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट का भी रुख कर सकती है।
Nilesh Kumbhani nomination rejected बता दें कि भाजपा के दिनेश जोधानी ने निलेश कुम्भानी के फॉर्म में उनके प्रस्तावकों के दस्तखत पर सवाल उठाए थे। अपने प्रस्तावकों को साथ नहीं रख पाने वाले कांग्रेस कैंडिडेट निलेश कुम्भानी ने इस पूरे घटनाक्रम पर कहा कि मेरी सुबह प्रस्तावकों से बात हुई थी तब उन्होंने कहा था कि कलेक्टर ऑफिस पहुंच जाएंगे। अब सभी के फोन बंद हैं। कांग्रेस ने इसे भाजपा की साजिश बताया है। कांग्रेस का कहना है कि भाजपा ने चुनाव से बाहर रखने के लिए यह चाल चली है।