रायपुरः- Ambedkar Hospital: अंबेडकर अस्पताल में पिछले 4 महीने से दिल और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों की कई जरूरी दवाओं का स्टॉक खत्म हो चुका है। सर्दी-जुकाम, शुगर और गैस जैसी बीमारियों की बेहद कॉमन दवाएं तक चार महीने सरकारी सप्लाई में नहीं है। ऑपरेशन के बाद लगाया जाने वाला विशेष तरह का सूचर और बेंडेज भी नहीं है। लगभग हर मरीज के लिए जरूरी स्लाइन तक नहीं है। जब जिस मरीज को जरूरत पड़ रही है, अस्पताल प्रशासन लोकल पर्चेस के जरिये उपलब्ध करवा रहा है।और किट ना होने की वजह से लैब में लिवर फंग्सन, थायराइड, हार्मोन, स्वाईन फ्लू, सीबीसी, ट्यूमर मार्कर, किडनी व खून से जुड़ी कई तरह की जांचें बंद है।
महीनों से बंद कई तरह की जांचों से अब मशीनें भी धूल खाने लगी है। दवाओं व रिएजेट किट ना होने को लेकर अस्पताल प्रबंधन लगातार छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कारपोरेशन (सीजीएमएससी) को पत्र लिखने की बात कर रहा है। वहीं राज्य सरकार को भी स्थिति से अवगत कराने की बात कही जा रही है। लेकिन आज तक किसी तरह की आपूर्ति नहीं की जा सकी है।
Ambedkar Hospital: अस्पताल प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार अस्पताल में हर दिन 2500 से अधिक ओपीडी व गंभीर मरीज इलाज के लिए आते हैं। ऐसे में मरीजों के बीमारियों से जुड़ी खून, हार्मोन, हृदय, किडनी, लिवर आदि 3000 से अधिक जांचें हर दिन होती है। किट नहीं होने से जांचें बंद हैं। ऐसे में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को जांच के लिए बाहर भेजा जा रहा है। अधिकांश मरीज जांच के अभाव में बिना इलाज के ही अस्पताल से लौट जा रहे हैं। वहीं आधे से अधिक दवाएं भी उपलब्ध नहीं है।
Ambedkar Hospital की स्थिति
अंबेडकर अस्पताल के मेडिकल स्टोर्स में स्टॉक में दवाएं नहीं है। इसलिए इमरजेंसी में लोकल पर्चेस के माध्यम से खरीदकर हर किस्म की दवा दी जा रही है। -डॉ. बीपी नेताम, अधीक्षक, अंबेडकर अस्पताल