नई दिल्लीः- अक्सर देखा जाता है कि ट्रेनों में खाने की क्वालिटी को लेकर कई बार शिकायतें आती हैं। अब इसे लेकर रेलवे ने बड़ा कदम उठाया हैं। अब ट्रेनों में अब रेगुलर खाने की जांच होगी। इसके लिए रेलवे 50 एफएसएस (Food Safety Supervisor) तैनात करेगा। खाद्य सामग्री की जांच के लिए निजी लैब की मदद ली जाएगी। इसके साथ ही यात्रियों की संतुष्टि का ख्याल रखा जाएगा। उनके सुझाव से खानपान की कमियां दूर की जाएंगी।
आपको बता दें कि देश में आईआरसीटीसी की 46 किचन हैं। इनसे पूरे ट्रेन नेटवर्क की करीब 70% ट्रेनों को खाना परोसा जाता है,कोरोना से पहले आईआरसीटीसी की कमाई का 45% राजस्व खाने से आता था,बीते कुछ महीनों में कोरोना की वजह से ट्रेनों में आई कमी से ये घटकर 20% पहुंच गया है। वहीं कोरोना महामारी को देखते हुए ट्रेनों में पैसेंजर्स को भोजन नहीं परोसा जा रहा था। लेकिन पिछले दिनों IRCTC ने इसे सभी ट्रेनों में इसे बहाल कर दिया है। अब फिर से ट्रेनों में खानपान सेवा शुरू हो गई है।
निजी एजेंसी की भी ली जाएगी मदद
किचन में बनने वाले खाने की क्वालिटी एनश्योर करने की जिम्मेदारी उसी की होगी। वहीं रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में मिलने वाले भोजन से यात्री कितने संतुष्ट हैं, इसके लिए निजी एजेंसी सर्वे करेगी। दो साल के लिए एजेंसी को यह काम सौंपा जाएगा। एजेंसी के कर्मचारी स्टेशनों पर खानपान के स्टॉल और ट्रेनों में यात्रियों से बात करके रिपोर्ट तैयार करेंगे।