बच्चों की पिटाई के दौरान गवाह रहेगा मौजूद
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कितनी बार होगी पिटाई?
parents want corporal punishment:यहां गौर करने वाली बात ये है कि बेंत से पिटाई की सजा सिर्फ उन्हीं स्टूडेंट्स को दी जाएगी, जिनके माता-पिता ने ऐसा करने को कहा है. इस तरह बड़ी उम्र के स्टूडेंट्स को सजा के तौर पर तीन बार बेंत से पीटा जाएगा, जबकि छोटे स्टूडेंट्स की सिर्फ एक या दो बार बेंत से पिटाई होगी. नियम में कहा गया है कि टीचर्स बच्चों की ज्यादा तेज पिटाई नहीं कर पाएंगे, लेकिन इस बात को स्पष्ट नहीं किया गया है कि इसे कैसे मापा जाएगा. सुपरिटेंडेंट मर्लिन जॉनसन ने कहा कि सोशल मीडिया पर कुछ लोग इसका विरोध करेंगे, लेकिन अधिक लोग इसका समर्थन करते हुए नजर आ रहे हैं.
कई सालों से अभिभावक कर रहे थे मांग
अमेरिका में बच्चों की पिटाई संवैधानिक
अमेरिका में न्यू जर्सी पहला ऐसा राज्य था, जहां पर 1867 में बच्चों की पिटाई पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई थी. हालांकि, लगभग 100 साल बाद ये मामला 1977 में सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा, जहां कोर्ट ने कहा कि ये पूरी तरह से संवैधानिक है. इस तरह बच्चों को कैसे सजा देना है, इसका फैसला राज्य खुद करेंगे. यही वजह है कि अमेरिका के 19 राज्यों में शारीरिक रूप से दंड देना वैध है. स्कूलों में बच्चों की होने वाली पिटाई पर नजर रखने वाले शिक्षा विभाग के नागरिक अधिकार कार्यालय ने कहा कि देशभर में 69 हजार से अधिक बच्चों की पिटाई की गई है.