RIP Nishikant Kamat: ये 5 फिल्‍में देख‍िए, समझ जाएंगे निश‍िकांत कामत का जाना कितना बड़ा दुर्भाग्‍य है

बॉलिवुड को ‘दृश्‍यम’ और ‘मदारी’ जैसी अलहदा फिल्‍में देने वाले डायरेक्‍टर निश‍िकांत कामत अब हमारे बीच नहीं हैं। सोमवार शाम 4 बजकर 24 मिनट पर उन्‍होंने हैदराबाद के AIG अस्‍पताल में आख‍िरी सांसे लीं। वह पिछले कई दिनों से ICU में भर्ती थे। उन्‍हें लिवर संबधी समस्या है और कुछ दूसरे इनफेक्शंस के कारण बीते हफ्ते अस्‍पताल में एडमिट किया गया था।

निशिकांत कामत को को 31 जुलाई को AIG अस्पताल लाया गया था। वह महज 50 साल के थे। उनकी देखरेख करने के लिए सीनियर डॉक्टर्स की एक टीम बनाई गई थी। निश‍िकांत कामत सिर्फ एक अच्‍छे डायरेक्‍टर ही नहीं, बल्‍क‍ि स्‍लाइलिश ऐक्‍टर भी थे। उन्‍होंने जॉन अब्राहम के साथ ‘रॉकी हैंडसम’ में काम किया था। इस फिल्‍म में वह विलन बने थे। इसके अलावा उन्‍होंने ‘भावेश जोशी’ जैसी फिल्‍मों में भी अहम भूमिका निभाई थी।

साल 2004 में ‘हवा आने दे’ से निश‍िकांत कामत ने बतौर ऐक्‍टर बॉलिवुड में डेब्‍यू किया। इसके बाद वह कई हिंदी और मराठी फिल्‍मों में ऐक्‍ट‍िंग करते नजर आए। साल 2008 में उन्‍होंने बतौर डायरेक्‍टर पहली फिल्‍म ‘मुंबई मेरी जान’ बनाई। अपने 16 साल के फिल्‍मी करियर में कामत ने 5 हिंदी फिल्‍मों का डायरेक्‍शन किया। खास बात यह रही कि ये पांचों ही फिल्‍मों ने दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई।

यह निश‍िकांत कामत की बतौर डायरेक्‍टर पहली फिल्‍म थी। इस फिल्‍म ने बॉक्‍स ऑफिस पर भले ही कोई खास कमाल नहीं किया, लेकिन दर्शकों के दिलों में इसने खास जगह बनाई। फिल्‍म में आर. माधवन, सोहा अली खान, इरफान खान, परेश रावल और केके मेनन लीड रोल में थे। फिल्‍म की कहानी 11 जुलाई 2006 को मुंबई में हुए ट्रेन बम धमाकों के ऊपर बनी है। कहानी उन 209 लोगों की जिन्‍होंने अपनी जान गंवाई और बात उनके पर‍िवार की। इस फिल्‍म ने बेस्‍ट क्रिटिक अवॉर्ड मूवी, बेस्‍ट स्‍क्रीनप्‍ले, बेस्‍ट एडिटिंग का फिल्‍मफेयर अवॉर्ड जीता। फिल्‍म को बेस्‍ट स्‍पेशल इफेक्‍ट्स का नेशनल अवॉर्ड भी मिला।

निश‍िकांत कामत ने ‘मुंबई मेरी जान’ जैसी असल घटना पर आधारित फिल्‍म के बाद ऐक्‍शन थ्र‍िलर ‘फोर्स’ को डायरेक्‍ट किया। इस फ‍िल्‍म में जॉन अब्राहम और जेनेलिया डीसूजा लीड में थे। जबकि विद्युत जामवाल ने इसमें विलन का रोल प्‍ले किया था। यह एक तमिल फिल्‍म की रीमेक थी। इस फिल्‍म ने बॉक्‍स ऑफिस पर तगड़ा बिजनस किया। फिल्‍म की कहानी ईमानदार एसीपी यशवर्धन की कहानी है। एक कड़क अफसर की कहानी, जिसकी पत्‍नी की हत्‍या हो जाती है।

साल 2015 में निश‍िकांत कामत जब अजय देवगन, तबू, श्रेया शरण और इश‍िता दत्त के साथ ‘दृयम’ लेकर आए, तो हर कोई हैरान रह गया। ऐसा इसलिए कि यह फिल्‍म इससे पहले दो बार साउथ इंडियन स्‍क्रनी पर दिखाई जा चुकी थी। एक बेहद पॉप्‍युलर फिल्‍म का रीमेक बनाना मुश्‍क‍िल काम होता है। लेकिन निश‍िकांत कामत ने दिखा दिया कि वह अपने डायरेक्‍शन के दम पर कही हुई कहानी को फिर से कहने और दर्शकों को सीट से बंधने पर मजबूर कर सकते हैं।

‘दृश्‍यम’ जैसे सस्‍पेंस थ्र‍िलर के बाद निश‍िकांत कामत एक बार फिर ऐक्‍शन-थ्र‍िलर बनाने में जुट गए। जॉन अब्राहम के साथ वह ‘रॉकी हैंडसम’ लेकर आए। इस फिल्‍म में उन्‍होंने ऐक्‍ट‍िंग भी की और एक स्‍लाइलिश विलन के रूप में पर्दे पर दिखे। फिल्‍म में जॉन के साथ श्रुति हासन, शरद केलकर भी थे। यह एक कोरियन फिल्‍म ‘द मैन फ्रॉम नोव्‍हेयर’ की रीमेक थी। कहानी एक ऐसे इंसान की है, जो ड्रग माफिया से बदले की आग में जल रहा है। फिल्‍म में इस कठोर दिल इंसान का एक छोटी बच्‍ची से भावनात्‍मक लगाव भी पूरी ईमानदारी से दिखाया गया है।

साल 2016 में ही निश‍िकांत कामत की ‘मदारी’ भी रिलीज हुई थी। यह एक सोशल-थ्र‍िलर फिल्‍म है। इसमें इरफान खान के साथ जिमी शेरगिल, विशेष बंसल और नितेश पांडे जैसे ऐक्‍टर्स हैं। फिल्‍म की कहानी में एक मजबूर इंसान है, जो अपनी बात कहने के लिए गलत रास्‍ता अपनाने को मजबूर हो जाता है। सरकारी तंत्र की व्‍यवस्‍था से तंग आकर यह शख्‍स गृह मंत्री के बेटे का अपहरण कर लेता है।

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