दिल्ली पुलिस का कहना है कि उसने अपने कर्मियों को इसलिए क्वारेंटाइन में भेजने का फैसला किया क्योंकि कोविड-19 बीमारी से पीड़ित स्टाफ सुरक्षा जांच के बाद ही अंदर गया होगा। सुप्रीम कोर्ट में कामकाज 23 मार्च से ही बंद है और जरूरी मामलों की सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए की जा रही है। बावजूद इसके सोमवार को परिसर का एक स्टाफ सोमवार को कोरोना पॉजिटिव पाया गया। इसका पता चलते ही उन इलाकों को सील कर सैनिटाइज किया गया, जहां-जहां वह स्टाफ गया था।
सूत्रों ने बताया कि एक को छोड़कर और किसी स्टाफ में कोई शिकायत नहीं मिली है। सुप्रीम कोर्ट ने कम-से-कम स्टाफ को ड्यूटी पर जाने को कहा है। सूत्रों के मुताबिक, संक्रमित स्टाफ ने 16 अप्रैल को सिर्फ एक फाइल ही निपटाया था। उसे घर लौटने पर दो दिनों तक बुखार रहा और सोमवार को उसके कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई।