Seven people died due to cloudburst हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के सोलन (Solan) में बादल फटने (Cloudburst) से हादसा हो गया है. यहां 7 लोगों की मौत हो गई है. वहीं, 3 लोग लापता भी बताए जा रहे हैं. सीएम सुक्खू ने हादसे पर दुख जताया है और मदद के लिए निर्देश देने की बात कही है. हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश ने एक बार फिर तबाही मचा दी है. लगातार बरसात की वजह से जगह-जगह लैंडस्लाइड और बाढ़ का सिलसिला जारी है, जिससे पूरे सूबे में कोहराम मचा है और लोगों के दिल में खौफ पसरा है. मगर कुदरत ने एक महीने के भीतर ऐसी विनाशलीला रची है, जिसके आगे इंसान बेबस और लाचार नजर आ रहे हैं.
हादसे पर सीएम सुक्खू का ट्वीट
Seven people died due to cloudburst इस घटना पर हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ट्वीट किया कि सोलन जिले की धवला उप-तहसील के गांव जादोन में बादल फटने की दुखद घटना में 7 लोगों की जान जाने के बारे में सुनकर दुख हुआ. शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं. इस कठिन समय में हम आपके दर्द और दुख में सहभागी हैं. हमने अधिकारियों को इस मुश्किल समय के दौरान प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद और सपोर्ट सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है.
कुदरत के अटैक का रिपीट टेलीकास्ट
गौरतलब है कि हिमाचल में कुदरत के अटैक का रिपीट टेलीकास्ट चल रहा है. मानसून ने जाते-जाते पहाड़ों पर एक बार फिर कोहराम मचा रखा है. बादलों ने जुलाई में जो विनाशलीला दिखाई थी, अगस्त में उसका नेक्स्ट वर्जन दिख रहा है. ठीक एक महीने बाद हिमाचल प्रदेश के बड़े हिस्से में वैसी ही आपदा, वैसी ही तबाही नजर आ रही है.
हिमाचल में 452 सड़कें बंद
पूरे हिमाचल प्रदेश में 2 नेशनल हाइवे समेत 452 सड़कें बंद हो गई हैं. मंडी जिले में सबसे ज्यादा 233 सड़कें बंद हैं जबकि शिमला जिले की 60 सड़कें बंद पड़ी हैं. इन सड़कों के बंद होने के कारण यातायात बुरी तरह प्रभावित है. बाढ़-बारिश से 1800 से ज्यादा ट्रांसफर्मर खराब हैं, जिससे बड़े हिस्से में बिजली सेवा भी ठप हो गई है और लाखों लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
सूबे के दर्जनों गांव और शहर बाढ़ में डूबे हैं तो कई घरों में मलबा भरा है. वहीं, लोगों को पीने का पानी भी नहीं मिल पा रहा है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 24 जून से 12 अगस्त तक हिमाचल में 255 लोगों की मौत हुई है. इस मॉनसून सीजन में अब तक 935 घर तबाह हो चुके हैं, जबकि 7,758 घरों को नुकसान पहुंचा है. लैंडस्लाइड की 87 और अचानक बाढ़ की 54 घटनाएं हो चुकी हैं.