वाराणसी: Shyam Rangeela Nomination Rejected प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए पर्चा भरने वाले कॉमेडियन श्याम रंगीला को करारा झटका लगा है। चुनाव आयोग ने नामांकन पत्रों की जांच के दौरान कॉमेडियन श्याम रंगीला समेत कुल 32 उम्मीदवारों के पर्चे खारिज कर दिए हैं। अब पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी से कुल सात प्रत्याशी ही रह गए हैं। इनमें कांग्रेस, बसपा के उम्मीदवार भी शामिल हैं। श्याम रंगीला का नामांकन खारिज होने के बाद वह काफी नाराज नजर आए। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर नामांकन खारिज होने की वजह बताते हुए कहा कि डीएम ने बताया है कि मैंने शपथ नहीं ली थी।
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Shyam Rangeela Nomination Rejected पर्चा खारिज होने के बाद कॉमेडियन श्याम रंगीला ने कहा, ”कल काफी खुशी थी, लोकतंत्र पर भरोसा था, लेकिन 24 घंटे में जैसे खेल में रोमांच होता है, वैसे ही चुनाव आयोग ने इस चुनाव को वाराणसी में खेल बनाकर रख दिया है। मेरा नॉमिनेशन रिजेक्ट कर दिया गया है। जब नहीं लेना था, तो लोगों के सामने नाटक क्यों किया था? डॉक्युमेंट, प्रस्तावक से लेकर सबकुछ थे।
Shyam Rangeela Nomination Rejected आज डीएम ने बताया कि आपके डॉक्युमेंट में कमी है। आपने शपथ नहीं ली है। जो 25-27 लोग गए थे पीएम मोदी के अलावा किसी को शपथ नहीं दिलाई गई थी। हमारे साथ वकीलों को नहीं भेजा गया, सिर्फ अकेले बुलाया। वजह बताई है कि आपने शपथ नहीं ली है। मैंने कहा कि आपने शपथ नहीं दिलाई तो उन्होंने कहा कि यह हमारा काम नहीं है।”
Shyam Rangeela Nomination Rejected ‘यहां कैसे पहुंच गए, क्या पिकनिक स्पॉट है’
Shyam Rangeela Nomination Rejected श्याम रंगीला ने वीडियो में आगे कहा कि हमने रात में एफिडेविट बनवाया और 10 बजे रात में डीएम के ऑफिस पहुंचे। वहां डीएम साहब ने कहा कि ये यहां पर कैसे पहुंच गए, क्या पिकनिक स्पॉट है? हमारी बात सुनने से पहले पुलिसवालों से कहा कि नौकरी चली जाएगी तुम्हारी, इन्हें बाहर निकालो। कॉमेडियन ने कहा कि मैं साल 2014 में सपोर्ट करता था, लेकिन फिर चीजें बदलती हुई देखी। दोपहर में तीन बजे के बाद पुलिसवाले ज्यादा आने लग गए। चार बजे के आसपास चारों तरफ से घेर लिया गया, मारपीट होते हुए देखी है। लोकतंत्र की हत्या मैंने आज देखी है। मैंने डीएम साहब से बाहर निकलते हुए एक ही बात कही कि बहुत धन्यवाद आपका। बनारस की गलियों, यहां के लोगों का बहुत धन्यवाद।