जवानों ने निभाया भाई का फर्ज, शहीद साथी की बहन को शादी में यूं किया विदा, देखें दिल छू लेने वाली तस्वीरें..

1 min read

नई दिल्लीः-CRPF जवानों का एक समूह सोमवार को कांस्टेबल शैलेंद्र प्रताप सिंह की बहन की शादी में शामिल हुआ। कांस्टेबल शैलेंद्र प्रताप सिंह पिछले साल पुलवामा में हुए एक आतंकवादी हमले में शहीद हो गये थे। जब वह ड्यूटी के दौरान शहीद हुए थे तब वह केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 110वीं बटालियन में तैनात थे।

शहीद साथी की बहन की शादी में भाई की रस्में पूरी करने पहुंचे भारतीय जवान
अपने शहीद सहयोगी कांस्टेबल शैलेंद्र प्रताप सिंह के सम्मान में, सीआरपीएफ के कई जवान 13 दिसंबर, 2021 को उनकी बहन ज्योति की शादी में शामिल होने के लिए उत्तर प्रदेश के रायबरेली पहुंचे। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के कांस्टेबल शैलेंद्र प्रताप सिंह की अक्टूबर 2020 में कश्मीर के पुलवामा में एक आतंकी हमले में शहीद हुए थे। 

चारों कोनों से चुनरी की चादर पकड़ कर बहन को मंडप पहुंचाया
भारतीय जवान सोमवार को वर्दी पहन कर में शादी में पहुंचे और ज्योति के भाई द्वारा की जाने वाली सभी रस्में पूरी कीं। उन्होंने ज्योति को आशीर्वाद दिया, उन्हें उपहार भेंट किए और जब वह मंडप जाने लगी तो सभी जवानों ने एक भाई द्वारा निभायी जानें वाली रस्म लड़की के सिर के उपर चुनरी फैलाकर मंडप पहुंचाने वाली प्रथा को भी निभाया। शादी में सीआरपीएफ जवानों की मौजूदगी ने सभी को भावुक कर दिया। शैलेंद्र प्रताप सिंह के पिता ने कहा, “मेरा बेटा अब इस दुनिया में नहीं है लेकिन अब हमारे पास CRPF जवानों के रूप में बहुत सारे बेटे हैं जो सुख-दुख में हमेशा हमारे साथ खड़े रहते हैं।”

सीआरपीएफ ने सोशल मीडिया पर शेयर की तस्वीरें
सीआरपीएफ द्वारा ट्विटर पर साझा की गई तस्वीरों से पता चलता है कि ‘वर्दी में पुरुष’ दुल्हन को मंडप तक ले गए। एक ऐसा कार्य जो आमतौर पर भाइयों द्वारा किया जाता है। ट्वीट में कहा गया, “बड़े भाइयों के रूप में, सीआरपीएफ के जवान सीटी शैलेंद्र प्रताप सिंह की बहन के विवाह समारोह में शामिल हुए।” उन्होंने आगे लिखा “110 बीएन सीआरपीएफ के सीटी शैलेंद्र प्रताप सिंह ने पुलवामा में आतंकवादी हमले का बहादुरी से जवाब देते हुए 05/10/20 को सर्वोच्च बलिदान दिया।”

आतंकी हमले में शहीद हुए थे कांस्टेबल शैलेंद्र प्रताप सिंह
गौरतलब है कि कांस्टेबलशैलेंद्र प्रताप सिंह जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकी हमले में शहीद हो गए थे। सीआरपीएफ जवानों पर ये हमला 5 अक्टूबर को हुआ था। कैप्टन शैलेंद्र प्रताप सिंह 110 बटालियन के जवान थे।

You May Also Like

More From Author

+ There are no comments

Add yours