Sushant Case: मुंबई पुलिस नहीं कर रही मदद तो ऑटो में घूम रही बिहार पुलिस, बहन बोलीं- सत्‍यमेव जयते

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के केस में बिहार पुलिस ने अपनी इन्वेटिगेशन तेज कर दी है। सुशांत के पिता केके सिंह की शिकायत पर बिहार पुलिस की टीम तुरंत जांच के लिए मुंबई पहुंच गई है लेकिन इस टीम की कोई मदद नहीं कर रही है। हालात इतने खराब है कि बिहार पुलिस की टीमें जांच करने के लिए ऑटो में घूमने पर मजबूर हैं जिस पर सोशल मीडिया पर भी लोग आपत्ति दर्ज करा रहे हैं।

सुशांत की बहन श्वेता बोलीं- सत्यमेव जयते
जहां मुंबई पुलिस के असहयोग की खबरें इस समय सुर्खियां बन रही हैं इसी बीच सुशांत सिंह राजपूत की बड़ी बहन श्वेता सिंह कीर्ति ने इंस्टाग्राम पर राष्ट्रीय चिह्न अशोक की लाट की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा है, ‘सत्यमेव जयते।’ खास बात यह है कि इससे पहले श्वेता ने अपनी एक पोस्ट में सुशांत की पूर्व गर्लफ्रेंड अंकिता लोखंडे को भी टैग किया है।

मुंबई पुलिस नहीं कर रही है मददबिहार सरकार के ऐडवोकेट जनरल ललित किशोर ने कहा कि उन्होंने बिहार पुलिस ने की याचिका को सुप्रीम कोर्ट में चैलेंज करते हुए आपत्ति दर्ज कराई है। उन्होंने कहा है कि जब एक राज्य की पुलिस दूसरे राज्य में जांच के लिए जाती है तो उसे मदद की जाती है। लेकिन यहां दुर्भाग्य से मुंबई पुलिस मामले की जांच में बिहार पुलिस की कोई मदद नहीं कर रही है। हालात इतने खराब हैं कि मुंबई पुलिस ने बिहार की टीम को एक गाड़ी तक उपलब्ध नहीं कराई है और टीम ऑटो में भटक रही है।


रिया चक्रवर्ती की याचिका पर जवाब देंगे मुकुल रोहतगी

सुशांत के पिता की शिकायत के बाद बिहार सरकार खुलकर इस केस में अपना सपॉर्ट दे रही है। इस केस में रिया की याचिका का विरोध करने के लिए बिहार सरकार ने भारत सरकार के पूर्व अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी को नियुक्त किया है। बिहार के ऐडवोकेट जनरल ललित किशोर ने इस खबर को कन्फर्म किया है। यहां बता दें कि साल 2018 में मीडिया में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, मुकुल रोहतगी किसी भी केस में एक पेशी के 5 लाख रुपये तक की फी लेते हैं।

सीबीआई जांच की मांग तेज, पटना हाईकोर्ट में याचिकासुशांत सिंह राजपूत के पिता केके सिंह द्वारा पटना के राजीव नगर थाने में मामला दर्ज कराए जाने के बाद बिहार पुलिस ने मामले की जांच तेज कर दी है। इस बीच सुशांत की आत्महत्या के मामले की जांच सीबीआई से कराए जाने की मांग तेज होती जा रही है। अब इस मामले में पटना हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल कर न्यायालय से मामले में हस्तक्षेप किए जाने की मांग की है।

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