बिना शादी के ही विधवा बन गई ये दो महिलाएं, सालों से उठा रही थीं पेंशन का लाभ, ऐसे हुआ मामले का खुलासा

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pension News यूपी के मथुरा से अजब-गजब मामला सामने आया है। जहां जिला प्रोबेशन विभाग ने ऐसी महिलाओं की भी विधवा पेंशन जारी कर दी, जिनकी शादी ही नहीं हुई है। ऐसी दो महिला 2 सालों से पेंशन का लाभ ले रही हैं। इसका खुलासा होने पर अब विभाग में हड़कंप मच गया है। वहीं प्रकरण की जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं।

pension News ये मामला गोवर्धन तहसील के कस्बा राधाकुंड का है। यहां की रहने वाली बंगाली महिलाओं द्वारा विधवा पेंशन का लाभ लिया जा रहा है। दोनों ही महिलाएं की शादी नहीं हुई है। हालांकि इसके बावजूद उनके द्वारा पति की मृत्यु दर्शाकर दो वर्ष से विधवा पेंशन ली जा रही थी। विधवा पेंशन का लाभ कस्बे की महिला श्याम कुंड दासी एवं राधाकुंड दासी ले रही हैं। उन दोनों ने बताया कि उनकी शादी नहीं हुई है। इसके बावजूद दोनों पति की मृत्यु दर्शाकर विधवा पेंशन का लाभ ले रही हैं। दोनों ही महिलाओं को वर्ष 2022 से प्रतिमाह एक हजार रुपये की विधवा पेंशन उनके स्टेट बैंक खातों में मिल रही है। दोनों ही अब तक करीब 25 महीने की विधवा पेंशन का लाभ ले चुकी हैं। इसकी जानकारी होने पर जिला प्रोबेशन अधिकारी विनोद चंद्र ने पूरे राधाकुंड कस्बे की विधवा पेंशन की लाभार्थियों की विशेष जांच कराने के आदेश दिए हैं। वहीं उन्होंने आवेदन की जांच के लिए एसडीएम गोवर्धन को जिम्मेदार बताया है। इसकी जांच के दायरे में आए अधिकारी-कर्मचारी मामले को दबाने में जुट गए हैं।

दोनों ने एक ही पति का लगाया मृत्यु प्रमाण पत्र

विधवा पेंशन के लिए किए अपने आवेदनों में दोनों ही महिलाओं ने अपने एक ही शख्स को अपना पति बताया है। पति के मृत्यु प्रमाण पत्र के रूप में एक ही व्यक्ति लक्ष्मी नारायण दास महाराज का मृत्यु प्रमाण पत्र लगाया है। जानकारी के मुताबिक लक्ष्मी नारायण दास महाराज उनके पति नहीं, बल्कि गुरु थे। इस मामले में जिला प्रोबेशन अधिकारी विनोद चंद्र ने बताया कि एक ही मृत्यु प्रमाण पत्र से राधाकुंड की दो महिलाओं द्वारा विधवा पेंशन लेने की जानकारी मिली है। दोनों लाभार्थियों के साथ पूरे कस्बे की विधवा पेंशन लाभार्थियों की विशेष जांच की जाएगी। दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। उन महिलाओं के आवेदनों की जांच एसडीएम गोवर्धन द्वारा कराई गई है। वहीं उप जिलाधिकारी मयंक गोस्वामी का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है। इसकी जांच कराई जाएगी। इसमें जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। यह मामला उनके समय का नहीं है। यहां पूर्व में तैनात रहे एसडीएम के समय पर उन आवेदनों की जांच की गई होगी।

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