U19: बांग्लादेशी खिलाड़ी ने बताई 'डर्टी' जश्न की वजह

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नई दिल्ली
पहली बार चैंपियन बनने वाली बांग्लादेश की युवा टीम अब तक अपने शानदार खेल से ज्यादा जीत के बाद मनाए गए जश्न से सुर्खियों में है। वर्ल्ड कप खत्म हुए एक सप्ताह हो गया है। अब मैच के बाद दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच हुए हंगामे की असली वजह सामने आ गई है। इस मैच में बांग्लादेश की जीत के स्टार रहे शोरिफुल इस्लाम ने टीम के उत्तेजक जश्न की वजह का खुलासा किया है। शोरिफुल ने बताया कि वह और उनकी टीम के खिलाड़ी भारतीय टीम को यह अहसास दिलाना चाहते थे कि आखिर हारने वाली टीम पर तब क्या बीतती है, जब जीतने वाली टीम उसे चिढ़ाने वाला जश्न मनाती है।

बता दें भारत और बांग्लादेश की युवा टीमों के बीच साउथ अफ्रीका के सेनवेस पार्क में खेले गए इस खिताबी मुकाबले में टीम इंडिया पहले बैटिंग करते हुए बांग्लादेश के सामने 178 रन का लक्ष्य रखा था। भारतीय टीम ने खेल के दूसरे हाफ में रवि बिश्नोई (4/30) की शानदार बोलिंग के दम पर मैच को रोमांचक बना दिया था। लेकिन अंत में बारिश से प्रभावित इस मैच को बांग्लादेश ने 3 विकेट से अपने नाम कर लिया।

इसके बाद बांग्लादेश ने अपनी जीत का जश्न बेहद उत्तेजक ढंग से मनाया और जश्न में डूबे उसके कुछ खिलाड़ी मैदान पर जाकर भारतीय खिलाड़ियों से भिड़ पडे़। मैच के बाद बांग्लादेश के कप्तान अकबर अली ने भी इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया था। भारतीय कप्तान प्रियम गर्ग ने तो जश्न के इस ढंग को ‘डर्टी’ तक कह दिया था।

खिलाड़ियों के इस अभद्र व्यवहार के चलते आईसीसी ने अपने कोड ऑफ कंडक्ट के उल्लंघन में दोनों टीमों के पांच (दो भारतीय और तीन बांग्लादेशी) खिलाड़ियों को दोषी पाया और इन पर जुर्माने के रूप में डिमेरिट अंक लगाए। आईसीसी ने इस मामले में भारत के आकाश सिंह और रवि बिश्नोई के अलावा बांग्लादेश के तौहीद हृदोय, शमीमी हुसैन और राकिबुल हसन को दोषी पाया।

चाहते थे भारतीय खिलाड़ियों को हो अहसास कि हार के बाद कैसा लगता है
बांग्लादेश की जीत के स्टार रहे शोरिफुल इस्लाम ने बांग्लादेश के प्रमुख अंग्रेजी अखबार ‘डेली स्टार’ को दिए गए इंटरव्यू में अपनी टीम के जश्न के ढंग की वजह का कारण बताया है। इस युवा खिलाड़ी ने बताया कि भारत के खिलाफ जीत दर्ज करने की बड़ी वजह यह थी कि हम उसके खिलाड़ियों को यह बताना चाहते थे कि जब कोई टीम फाइनल में हारती है और दूसरी टीम के खिलाड़ी उसके सामने ऐसा ही जश्न मनाते हैं तो हारने वाली टीम को कैसा महसूस होता है।

शोरिफुल इस्लाम ने बताया, ‘भारत की इस टीम ने हमसे दो बार बड़े-बड़े मुकाबले जीते और उसने हमारे साथ ऐसा ही किया था। हम अतीत में उनसे दो करीबी मुकाबले हारे थे। पहला एशिया कप सेमीफाइनल था (साल 2018) और फिर एशिया कप फाइनल (2019 में)। मैं बता नहीं सकता कि वे दो हार कैसी महसूस होती थीं।’

उन्होंने कहा, ‘जब मैं फाइनल (वर्ल्ड कप फाइनल) में उतरा, तो मैं यही सोच रहा था कि उन्होंने जीतने के बाद क्या किया था। तब हमें (एशिया कप में 2018 और 2019) हारकर कैसा महसूस हुआ था। इस बार हम वैसा ही नहीं होने देना चाहते थे, जो पहले दो बार हो चुका था। हम अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहते थे और अपनी पूरी ताकत के साथ अंतिम बॉल तक लड़ना चाहते थे।’ उन्होंने कहा कि जीत के हमने वैसा ही जश्न मनाया जैसा भारतीय टीम के खिलाड़ियों ने हमारे खिलाफ अतीत में मनाया था।

बता दें शोरिफुल इस्लाम ने इस मैच में 10 ओवर फेंककर 31 रन देकर 2 विकेट अपने नाम किए। इस्लाम ने भारतीय टीम पर पहली ही गेंद से दबाव बनाने रणनीति अपनाई थी और अपनी अच्छी गेंदबाजी के साथ-साथ वह मैच की शुरुआत से भारतीय खिलाड़ियों के साथ स्लेजिंग भी कर रहे थे।

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