WC 2003: सचिन का विकेट लेने का दुख है: शोएब

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नई दिल्ली
साल 2003 और साउथ अफ्रीका में खेला गया वर्ल्ड कप, जिसमें सौरभ गांगुली की कप्तानी में टीम इंडिया सफलता की नई इबारत लिख रही था। इस टूर्नमेंट में भारत-पाकिस्तान का वह दिलचस्प मुकाबला भला किसे याद नहीं होगा, जिसमें दुनिया के जीनियस बल्लेबाज ने पाकिस्तानी गेंदबाजों की जमकर धुनाई की थी। इस मैच में सचिन तेंडुलकर मात्र दो रन से अपना शतक चूक गए थे और रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से मशहूर ने उनका विकेट लिया था। इस मैच में अख्तर को एकमात्र यही विकेट मिला था लेकिन रावलपिंडी एक्सप्रेस इस विकेट से आज भी खुश नहीं हैं।

दरअसल पाकिस्तान ने इस मैच में भारत के सामने 274 रन की चुनौती पेश की थी। भारत के लिए यह लक्ष्य इतना आसान भी नहीं दिख रहा था क्योंकि उस पाकिस्तान के विख्यात बोलिंग अटैक का सामना कर यह लक्ष्य जो पार पाना था। उस वक्त पाकिस्तानी टीम में शोएब अख्तर के अलावा वसीम अकरम और कप्तान वकार युनिस की जोड़ी थी। इसके अलावा शाहिद अफरीदी और अब्दुल रज्जाक भी किसी से कम नहीं थे। लेकिन सचिन तेंडुलकर ने वीरेंदर सहवाग के साथ मिलकर पारी की पहली गेंद से अपना ऐसा आक्रामक अंदाज दिखाया कि फिर देखने वाले देखते ही रह गए।

शोएब अख्तर आज सोशल मीडिया वेबसाइट हेलो पर अपने फैन्स से लाइव चैट सेशन कर रहे थे। इस दौरान एक बार फिर इस मैच का जिक्र छिड़ा तो अख्तर ने यह कहकर सभी को चौंका दिया कि उन्हें सचिन का वह विकेट लेने की खुशी नहीं है। इस पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा, ‘सचिन का वह विकेट मेरे लिए दुखदाई क्षण था। मैं बहुत दुखी था क्योंकि सचिन 98 रन पर आउट हो गए।’

44 वर्षीय इस पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा, ‘यह सचिन की स्पेशल इनिंग थी और उन्हें यहां शतक जरूर पूरा करना चाहिए था। मैं चाहता था वह शतक मारें। मैं उस बाउंसर पर भी छक्का पड़ते देखना चाहता था जैसे इस पारी के शुरू में उन्होंने मुझे जड़ा था।’ इस मैच में अख्तर ने 10 ओवर के अपने कोटे में 72 रन खर्च किए थे और उन्हें एकमात्र विकेट सचिन तेंडुलकर के रूप में ही मिला था।

सचिन की यह पारी उनके करियर की बेस्ट पारी में से एक है। उनकी इस पारी की बदौलत भारत ने पाकिस्तान पर 4 विकेट से जीत दर्ज की थी। मास्टर ब्लास्टर ने यहां 75 गेंद की अपनी पारी में 98 रन बनाए थे, जिसमें 12 चौके और 1 छक्का शामिल था।

सचिन की तारीफ करते हुए अख्तर ने कहा, ‘तेंडुलकर ने क्रिकेट के सबसे मुश्किल दौर में बैटिंग की। अगर उन्हें अब खेलने का चांस मिलता तो वह 1.30 लाख बना डालते। इसलिए सचिन तेंडुलकर और विराट कोहली की तुलना करना सही नहीं है।’

कोरोना वायरस के चलते खाली स्टेडियम में क्रिकेट खेलने को लेकर अख्तर ने कहा यह बिल्कुल ऐसा होगा, जैसे बिना दुल्हन के ही शादी हो रही है। उन्होंने कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि एक साल में कोरोना वायरस बीमारी पर काबू पा लिया जाएगा।

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