आचार्य चाणक्य पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हैं. उन्होंने अपनी जीवन के अनुभवों को चाणक्य नीति में लिखा है 

जीवन में कुछ ऐसे कार्य हैं जिन्हें करने में व्यक्ति को कभी शर्माना नहीं चाहिए. शर्म के कारण आपको भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है

मूर्ख व्यक्तियों की संगति करने से हानिकारक परिणाम साबित होते हैं. चाणक्य उन लोगों से दूर रहने की सलाह देते हैं  

जिनमें ज्ञान की कमी है, क्योंकि वे खराब निर्णय ले सकते हैं या आपको नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकते हैं

चाणक्य ईर्ष्यालु लोगों के आसपास सतर्क रहने के महत्व पर जोर देते हैं. ऐसे व्यक्ति आपकी सफलता से नाराज हो सकते हैं और आपको नीचा दिखाने की कोशिश कर सकते हैं 

अपनी उपलब्धियों और योजनाओं को उनके साथ साझा करने से बचें, क्योंकि वे आपके खिलाफ जानकारी का उपयोग कर सकते हैं 

भरोसेमंद और सहायक व्यक्तियों पर विश्वास करें.

मनुष्य अच्छे और बुरे में बेहतर ढंग से फर्क करने में कामयाब होता है. मनुष्य की जिंदगी में जितना ज्ञान जरूरी है उतना ही अनुभव भी